- सगोही गांव का रजत भी लौटा घर, पिता की हलवाई की दुकान पर करेगा काम
Karnal News(आज समाज नेटवर्क) इंद्री। अमेरिका से 50 भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट किया गया है, जिनमें हरियाणा के करनाल जिले के 16 युवक शामिल हैं। इन्हीं में से एक हैं सगोही गांव निवासी रजत, जो लंबी जद्दोजहद और लाखों रुपये खर्च करने के बाद आखिरकार अपने गांव लौट आया है। रजत ने बताया कि वह पिछले साल 26 मई को अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए अमेरिका के लिए रवाना हुआ था। परिवार ने बेटे के सपनों को साकार करने के लिए दुकान और प्लॉट तक बेच दिए। अमेरिका पहुँचने की इस कोशिश में रजत ने करीब 45 लाख रुपये खर्च किए।
विदेश भेजने के लिए जो कुछ था, सब लगा दिया था, लेकिन अब वे खुश हैं कि बेटा सुरक्षित घर लौट आया है
रजत के अनुसार, वह और 12–13 युवकों का एक ग्रुप पनामा के जंगलों के रास्ते से अमेरिका पहुँचा। उन्होंने बताया जंगलों में कई-कई दिन पैदल चलना पड़ता था। जहां भी कोई गाड़ी मिलती, वहीं से आगे बढ़ते थे। रास्ता बहुत खतरनाक था, लेकिन उम्मीद थी कि वहाँ पहुँचकर कुछ बेहतर कर पाएंगे।” रजत ने बताया कि वह 2 दिसंबर को अमेरिका की सीमा पार कर चुका था। उन्हें लगभग 12–13 दिन तक हिरासत में रखा गया, फिर दूसरे स्थान पर भेजा गया। रजत ने कहा 20 अक्टूबर को हमें बताया गया कि अब भारत वापस भेजा जाएगा।
हमारे साथ किसी भी तरह का गलत सलूक नहीं हुआ, लेकिन हालात बहुत मुश्किल थे।”अब भारत लौटने के बाद रजत ने ठान लिया है कि वह अपने पिता की हलवाई की दुकान पर काम करेगा और परिवार को फिर से संभालेगा।उसके पिता लंबे समय से मिठाई और खाना बनाने का काम करते हैं। परिवार ने कहा कि उन्होंने बेटे को विदेश भेजने के लिए जो कुछ था, सब लगा दिया था, लेकिन अब वे खुश हैं कि बेटा सुरक्षित घर लौट आया है।
यह भी पढ़े:- Karnal News : विदेश जाने का गलत तरीका न अपनाएं युवा : खट्टर