गुरुग्राम। गृहमंत्री अमित शााह मंगलवार को एनएसजी के 35वें स्थापना दिवस पर गुरुग्रमा स्थित मानेसर के ट्रेनिंग सेन्टर में थे। अपने संबोधन में गृहमंत्री ने कहा कि मैं आपकी पूरी फोर्स को हृदय से हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि एनएसजी के कामांडरों को अभी तक तीन अशोक चक्र, दो कीर्ति चक्र, चार शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया है और इसी से साबित होता है कि एनएसजी का देश की सुरक्षा में कितना महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि अभी-अभी आतंकवाद के संपूर्ण उन्मूलन के लिए देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा कर देश को आतंकवाद और कश्मीर को हमेशा के लिए सुरक्षित करने के लिए एक बहुत बड़ा कदम उठाया है। हमारे देश ने दुनिया के किसी भी देश से ज्यादा आतंकवाद की दुर्दशा झेली है। हम आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति के लिए प्रतिबद्ध हैं। एनएसजी आतंकवाद से निपटने के लिए विश्व की सर्वोच्च फोर्सेज में से एक है। 35 साल मे एनएसजी द्वारा 115 आपरेशन किया गए है और 60 आतंकवादियों को मार गिराया हैं। आतंकवादियों द्वारा हमले के तरीकों ओर हथियारों में बदलाव किया गया हैं ऐसे में एनएसजी द्वारा भी अपनी तकनीक, ट्रेनिंग ओर हथियार में समय समय पर बदलाव किया गया है। स्थापना दिवस पर एनएसजी अपने कार्यकाल ओर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया गया। हालांकि एनएसजी देश में काउंटर अटैक को बखूबी जवाब देने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि दुनिया में शायद ही कोई ऐसा देश होगा जिसने इतनी लंबी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ लड़ी होगी। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारी आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अटल और अडिग है। 35वें स्थापना दिवस पर देखना होगा की पिछले बार के मुकाबले इस बार एनएसजी द्वारा किया गया तकनीक और हथियारों के बारे में भी बताया जाएगा। एनएसजी के महानिदेशक एस एस देशवाल ने कहा कि एनएसजी का गठन 1984 में आतंकवादी गतिविधियों का जवान देना के लिए किया गया था।
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