नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप मामले में दिल्ली की कोर्ट ने चारों दोषियों का डेथ वारंट जारी कर दिया था। उन्हें 22 जनवरी को सुबह सात बजे मौत की सजा सुनाई होनी थी लेकिन मामला कोर्ट कचहरी में ही फंसा है। निर्भया कांड के चार दोषियों में से एक दोषी मुकेश ने राष्ट्रपति को दया याचिका भेजी थी जिसे राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेजी थी। इस पर त्वरित कार्य करते हुए राष्ट्रपति भवन ने याचिका खारिज कर दी। गृह मंत्रालय ने मुकेश सिंह की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेजते हुए उसे अस्वीकार करने की दिल्ली के उप राज्यपाल की सिफारिश दोहराई थी। दिल्ली के उप राज्यपाल ने बृहस्पतिवार को मुकेश सिंह की दया याचिका गृह मंत्रालय को भेजी थी। इसके एक दिन पहले दिल्ली सरकार ने याचिका अस्वीकार करने की सिफारिश की थी। दिल्ली की एक अदालत ने चारों दोषियों.. मुकेश सिंह (32), विनय शर्मा (26), अक्षय कुमार सिंह (31) और पवन गुप्ता (25) को सुनाई गई मौत की सजा पर अमल का आदेश ”डेथ वॉरंट सात जनवरी को जारी किया था। उन्हें 22 जनवरी को सुबह सात बजे तिहाड़ जेल में फांसी होनी है। हालांकि दिल्ली सरकार ने हाईकोर्ट को बताया कि दोषियों को 22 जनवरी को फांसी नहीं हो पाएगी क्योंकि मुकेश सिंह ने दया याचिका दायर की है।
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