A sky-touching temple to be built in Ayodhya – Amit Shah: अयोध्या में बनेगा आसमान छूने वाला मंदिर-अमित शाह

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नई दिल्ली। अयोध्या के राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया और दशकों से चले आ रहे विवाद पर पूर्णविराम लगाने का प्रयास किया। इस फैसले पर पहली बार गृहमंत्री अमित शाह ने अपना बयान दिया। उन्होंने झारखंड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राम जन्मभूमि पर आसमान छूने वाला मंदिर बनेगा। राज्य के लातेहार में कहा कि आप बताइए, राम मंदिर बनना चाहिए कि नहीं? उन्होंने इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा और राम मंदिर न बनने देने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी न्यायालय में केस ही नहीं चलने देती थी। अभी उच्चतम न्यायालय ने यह निर्णय कर दिया है। अब राम जन्मभूमि पर आसमान छूने वाला मंदिर बनेगा। उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि निर्णय न्यायालय करे, संवैधानिक रूप से इस विवाद का अंत हो और देखिए उच्चतम न्यायालय ने इसका समाधान कर दिया और भव्य राम मंदिर के निर्माण का प्रशस्त कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की एक के बाद एक समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।

शाह ने कहा कि वोट के लालच में कांग्रेस ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 का समाधान नहीं निकाला। नरेंद्र मोदी की सरकार ने भारत माता के मुकुट पर लगे इस कलंक को हटाकर इस समस्या का समाधान कर दिया। अमित शाह ने कहा कि आज झारखंड विकास के पथ पर अग्रसर है, क्योंकि ऊपर नरेंद्र मोदी की सरकार है और राज्य में भी भाजपा की सरकार है। झारखंड को अटल जी ने बनाया, मोदी जी संवारेंगे और झारखंड को एक नंबर का राज्य बनाएंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने आपको 10 साल का समय दिया था, लेकिन आप झारखंड के लिए कुछ नहीं कर पाए। मैं कांग्रेस और हेमंत सोरेन से कहना चाहता हूं कि चुनाव में आप आ रहे हैं तो हिसाब लेकर आइए कि झारखंड के विकास के लिए क्या किया? झारखंड के लोगों को जवाब दीजिए। उन्होंने कहा कि सोनिया-मनमोहन की सरकार ने झारखंड को केवल 55 हजार करोड़ रुपये दिए। नरेंद्र मोदी की सरकार ने झारखंड के विकास के लिए इससे छह हजार गुना अधिक धन 3 लाख 8 हजार 487 करोड़ रुपये दिए। अपनी चुनवी रैली में अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर हमले किए। गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को चैलेंज दिया कि हमारे पांच साल के काम और उनके सत्तर साल के काम की तुलना कर लें। फिर भी हमारा पांच साल का काम उनके सत्तर साल के काम से ज्यादा ही होगा।

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