The age of the rapist should be reconsidered – Vice President: दुष्कर्मी की आयु पर पुनर्विचार किया जाए-उपराष्ट्रपति

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नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों में देश की आधी आबादी के खिलाफ हो रहे अपराधों का मामला चर्चा का विषय रहा। लोकसभा और राज्यसभा में हैदराबाद गैंग रेप की पीड़िता से निर्भया तक का नाम गूंजा और महिलाओं के लिए सुरक्षा की मांग उठी। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक की बलात्कार के बाद जलाकर हत्या करने की नृशंस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को केवल कानून बनाकर नहीं रोका जा सकता है। इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए और इस तरह की समस्याओं का समाधान सभी को राजनीति से ऊपर उठकर एवं मिलकर करना होगा। इसके बाद उन्होने इस तरह के जघन्य अपराध में अपराधी की आयु पर पुनर्विचार करने की बात भी कही।

नायडू ने शून्य काल में कई सदस्यों की ओर से इस मुद्दे को उठाये जाने के बाद अपनी टिप्पणी में कहा कि महिलाओं की सुरक्षा संबंधी मुद्दे और पहलू सभी सदस्यों के सामने हैं जिनके जवाब और समाधान सभी को राजनीति से ऊपर उठकर और मिलकर देना है। उन्होंने कहा कि इस घटनायें किसी एक राज्य से जुड़ी नहीं हैं बल्कि यह पूरे समाज का रोग है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में खामियां है और पुलिस इंतजामों में कमी है। फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन होने चाहिए। इस तरह के मुद्दों पर फिर गंभीरता से विचार करके इनके समाधान निकालने होंगे। सभापति ने महिला सम्मान की बातें मीडिया, सिनेमा और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित-प्रसारित की जानी चाहिए। सभी राजनीतिक दलों को महिलाओं के सम्मान के लिए जागरुकता फैलानी चाहिए तभी इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकता है। इसके इतर उन्होंने कहा कि बलात्कार जैसे अपराध के लिए अपराधियों पर सामाजिक दबाव भी होना जरूरी है। राष्ट्रीय राज मार्गो पर शराब मिलने की समस्या और नशाखोरी पर भी ध्यान देना चाहिए।

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