Government of India has transferred over 36,659 crores to 16 crore bank accounts by ‘Direct Benefit Transfer’ (DBT): भारत सरकार ने 16 करोड़ बैंक खातों में ’डायरैक्ट बैनेफ़िट ट्रांसफ़र’ (डीबीटी) के द्वारा किए 36,659 करोड़ रुपए से अधिक हस्तांत्रित

0
240
Investigation of Black Money
Investigation of Black Money

चण्डीगढ़। भारत सरकार द्वारा कोविड‘2019 लॉकडाऊन के दौरान 16.01 करोड़ लाभार्थियों के बैंक खातों में ‘पडिलक फ़ायनैंशियल मैनेजमैंट सिस्टम’ (पीएफ़एमएस) द्वारा ‘डायरैक्ट बैनेफ़िट ट्रांसफ़र’ (डीबीटी) का उपयोग करते हुए 36,659 करोड़ से अधिक रुपए हस्तांत्रित किए हैं। प्रधान मंत्री ग़रीब कल्याण योजना पैकेज के अंतर्गत घोषित नगद-लाभ डीबीटी डिजीटल भुगतान आधारभूत संरचना का प्रयोग करते हुए हस्तांत्रित किए जा रहे हैं। इस पैकेज की पहुंच अत्यंत विस्तृत है तथा यह पीएम-किसान व महिला ‘जन-धन’ खाता-धारकों के लाभार्थियों को कवर करता है। देश-व्यापी लॉकडाऊन प्रारंभ होने के पश्चात् से 17 अप्रैल तक 8 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को पीएम-किसान व 19 करोड़ महिला जन-धन खाता-धारकों को वित्तीय सहायता प्रदान करवाई जा चुकी है।

हरियाणा के कुरुक्षेत्र ज़िले की नीरज देवी ने कहा कि उनका स्टेट बैंक ऑफ़ इण्डिया (एसबीआई) में जन-धन खाता है तथा उन्हें इस पैकेज के तहत धन प्राप्त हुआ है। उन्होंने कोविड-19 लॉकडाऊन संबंधी जागरूकता भी दिखाई। भारत सरकार का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना-वायरस से बचाव हेतु सामाजिक-दूरी रखना व हाथों को निरंतर धोना महत्त्वपूर्ण हैं। हरियाणा की लक्ष्मी देवी ने कहा कि उन्होंने अपने जन-धन खाते में 500 रुपए प्राप्त किए हैं तथा उन्होंने उस राशि से राशन ख़रीदा है।

https://twitter.com/PIBChandigarh/status/1250677405095624706?s=09 (नीरज देवी)

https://twitter.com/PIBChandigarh/status/1250680156592599045?s=09 (लक्ष्मी देवी)

ज़िला शिमला के गांव हलौग की सावित्री देवी ने पीएम-किसान के अंतर्गत 2,000 रुपए प्राप्त करने पर भारत सरकार का आभार व्यक्त किया। मण्डी ज़िले के गांव बन्याल के उपाध्यक्ष रमेश चन्द ने कहा कि उनकी पंचायत के 60-70 प्रतिशत लोग पीएम-किसान के साथ जुड़े हुए हैं तथा उन्होंने अपने खातों में इस माह 2,000 रुपए प्राप्त किए हैं। यह धन लाभार्थियों द्वारा अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बैकों में सामाजिक दूरी का पूरी तरह ख़्याल रखते हुए निकलवाया जा रहा है।

https://twitter.com/PIBChandigarh/status/1252117296530653184 (सावित्री देवी)

https://twitter.com/ROBChandigarh/status/1251733968535224320?s=09 (रमेश चन्द)

इस समय जब हर तरफ़ अनिश्चितता का माहौल है, परन्तु केवल कृषि की एकमात्र गतिविधि से आशा जागृत है, जिस के द्वारा अनाज सुरक्षा का भरोसा भी मिल रहा है। इस बार पूरे देश में 310 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बिजाई की गई थी, जिस में से 63.67 प्रतिशत रबी की फ़सल की कटाई पहले ही की जा चुकी है। हरियाणा में कटाई 30-35 प्रतिशत तथा पंजाब में 10-15 प्रतिशत हो चुकी है। गृह मंत्रालय ने कोविड-19 की महामारी को रोकने हेतु कई संगठित दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जो कृषि गतिविधियों को सुविधापूर्वक संपन्न करना सुनिश्चित बनाते हैं।

अमृतसर के एक कृषक ने कहा कि उन्होंने अपनी कृषि गतिविधियों की गति बढ़ा दी है तथा वह सामाजिक-दूरी, साफ़-सफ़ाई इत्यादि रखने जैसी सभी आवश्यक सावधानियों का विधिवत अनुपालन कर रहे हैं।

https://twitter.com/ROBChandigarh/status/1252153170526179329?s=09 (अमृतसर के किसानों की आवाज़)

https://twitter.com/PIBChandigarh/status/1252127408355831809 (पंजाब में एसएएस नगर (मोहाली) ज़िले के गांव करौर में हो रही फ़सलों की कटाई)

लॉकडाऊन के इस समय चल रहे द्वितीय चरण में सरकार के प्रयत्नों से निर्धनों को आवश्यक राहत-सहायता प्रदान करवाए जाने से आम लोग संतुष्ट हैं।

SHARE