डीसी बोले- संवैधानिक पद पर रहते हुए इस प्रकार का शपथ-पत्र देकर धमकी देना नियमों के विरूद्ध
Ambala News (आज समाज) अंबाला: हरियाणा के अंबाला में आत्मदाह की धमकी देने वाली सरपंच को डीसी अजय सिंह तोमर निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए है। आदेशों में यह भी कहा गया है कि सरपंच के पास ग्राम पंचायत से संबंधित जो भी चल-अचल संपत्ति, राशि, रिकार्ड आदि हो तो वह तुरंत बहुमत रखने वाले पंच को सौंप दिया जाए। सरपंच ग्राम पंचायत की किसी भी कार्यवाही व बैठक में भाग नहीं ले सकेंगी।
डीसी ने यह कार्रवाई हरियाणा पंचायती राज अधिनियम, 1994 की धारा 51(1)(बी) तथा एक्ट की धारा 51(2) के तहत की है। डीसी ने ने कहा कि सरपंच द्वारा संवैधानिक पद पर रहते हुए इस प्रकार का शपथ-पत्र देकर धमकी देना नियमों के विरूद्ध है। जो उसके गम्भीर कदाचार को व्यक्त करता है और प्रशासनिक दृष्टिकोण से मामले का समाधान ना करके प्रशासन पर अनावश्यक दबाव बनाने की कोशिश की है।
पंचायती जमीन पर लोगों ने किया हुआ है कब्जा
जानकारी के अनुसार, गांव माजरा की पंचायती जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा किया हुआ है। इसके बारे में महिला सरपंच नेहा शर्मा ने कई बार प्रशासन को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद प्रशासन ने 24 जून को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया और पुलिस बल उपलब्ध करवाया। इसके बाद मौके पर पहुंचे ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस प्रशासन दुकान खाली कराए बगैर ही वापस लौट गए। इसे आहत होकर महिला सरपंच ने यह कदम उठाने की ठानी थी।
कब्जाधारियों से जमीन खाली कराने का रेजूलेशन किया हुआ है पास
महिला सरपंच नेहा शर्मा ने कहा था कि गांव में कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने पंचायत की जमीन पर कब्जा किया हुआ है। जिसको लेकर पंचायत ने रेजूलेशन पास किया कि कब्जाधारियों से जमीन खाली कराई जाए। इसके लिए प्रशासन को पत्र लिखकर नियमानुसार कार्रवाई की मांग की थी। महिला सरपंच ने बताया कि प्रशासन से पुलिस फोर्स मांगी गई। कल पुलिस फोर्स और ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए गए।
बिना किसी कार्रवाई के वापस लौटा प्रशासन
लेकिन बिना किसी कार्रवाई के प्रशासन वापस लौट गए। जबकि कब्जाधारियों के पास किसी भी तरह का कोई स्टे आर्डर नहीं था। इस बदनामी को वह सहन नहीं कर पा रही, इसलिए 2 जुलाई को वह शहजादपुर के त्रिवेणी चौक पर आत्मदाह करेगी। जिसके जिम्मेदार प्रशासन के सभी अधिकारी होंगे। वहीं, इस मामले में महिका सरपंच नेहा शर्मा ने एक पोस्टर जारी भी किया था।
दुकानदारों ने भी दी थी आत्मदाह की चेतावनी
वहीं, इस पूरे मामले के अगले दिन दुकानदार भी विरोध पर उतर आए और कहने लगे कि अगर अगर प्रशासन ने यह दुकान हटाने की कोशिश की तो वह परिवार सहित आत्मदाह कर लेंगे। अब इस मामले में प्रशासन दोनों तरफ से फंसा हुआ नजर आ रहा था।
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