भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने भारतीय उद्यमियों की चिंताओं को किया खारिज

Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : भारत अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और भविष्य में व्यापार को तेजी से बढ़ाने के लिए कई बड़े देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को तवज्जो दे रहा है। पिछले दिनों जहां ब्रिटेन के साथ एफटीए को अंतिम रूप दिया गया वहीं अब अमेरिका के साथ इसपर वार्ता लगातार जारी है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही भारत इसे अंतिम रूप दे देगा। वहीं भारतीय उद्योगपतियों ने एफटीए को लेकर अपनी चिंता स्पष्ट की थी। जिसपर भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का बड़ा बयान सामने आया है।

उद्योगों के आक्रामक और रक्षात्मक दोनों हितों का ख्याल रखेंगे

भारतीय उद्योगपतियों की शंकाओं को निरस्त करते हुए गोयल ने कहा कि सरकार मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श करती है और घरेलू उद्योगों के हितों को ध्यान में रखते हुए इन समझौतों को आगे बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि भारत इन वार्ताओं में उद्योगों के आक्रामक और रक्षात्मक दोनों हितों का ख्याल रखेगी। उन्होंने कहा कि हम सभी एफटीए व्यापक हितधारक परामर्श और बैठकों के बाद करते हैं। हम उद्योगों की चिंताओं और जरूरतों का ध्यान रखते हैं। भारत उन व्यापारिक साझेदारों के साथ एफटीए पर बातचीत कर रहा है जो देश के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करते, बल्कि अर्थव्यवस्था के पूरक हैं, ताकि उद्योग और जनता को लाभ हो।

भारत और अमेरिका के बीच वार्ता अटकी

क्या भारत और अमेरिका 9 जुलाई तक अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देना चाहते हैं, तो सूत्रों ने कहा, हम बहुत उत्सुक हैं। हम बातचीत कर रहे हैं और कोशिश कर रहे हैं। दोनों पक्ष कोशिश कर रहे हैं, लेकिन समझौता तभी होगा, जब दोनों पक्ष संतुष्ट हों। उन्होंने आगे कहा, हर व्यापार समझौते में कुछ क्षेत्र ऐसे होते हैं जिनमें समस्याएं होती हैं। एक सूत्र ने बताया, भारत के लिए कृषि और डेयरी क्षेत्र सबसे चुनौतीपूर्ण हैं। भारत ने अब तक अपने किसी भी मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) में डेयरी क्षेत्र को नहीं खोला है।

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