देवों के देव महादेव और मां पार्वती की पूजा की जाती है
Masik Shivratri, (आज समाज), नई दिल्ली: प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि भगवान शिव को समर्पित होता है। इस शुभ तिथि पर मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन देवों के देव महादेव और मां पार्वती की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही मनचाही मुराद पाने के लिए व्रत रखा जाता है। मासिक शिवरात्रि व्रत करने से साधक की हर मनोकामना यथाशीघ्र पूरी हो जाती है। साथ ही सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलती है। आइए, आश्विन माह की मासिक शिवरात्रि की तिथि और शुभ मुहूर्त जानते हैं-
अगहन शिवरात्रि शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, अगहन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 18 नवंबर को सुबह 07 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 19 नवंबर को सुबह 09 बजकर 43 मिनट पर चतुर्दशी तिथि समाप्त होगी। भगवान शिव की पूजा मासिक शिवरात्रि को निशा काल में होती है। इसके लिए 18 नवंबर को अगहन महीने की मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी। इस दिन निशा काल में पूजा का समय देर रात 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 36 मिनट तक है।
अगहन शिवरात्रि शुभ योग
ज्योतिषियों की मानें तो अगहन शिवरात्रि पर आयुष्मान और सौभाग्य योग का संयोग बन रहा है। इसके साथ ही अभिजीत मुहूर्त और स्वाति नक्षत्र का योग बनेगा। इस दौरान भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने से साधक को अक्ष फल मिलेगा।
पंचांग
- सूर्योदय: सुबह 06 बजकर 49 मिनट पर
- सूर्यास्त: शाम 06 बजकर 28 मिनट पर
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 02 मिनट से 05 बजकर 56 मिनट तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 55 मिनट से 02 बजकर 38 मिनट तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 05 बजकर 28 मिनट से 05 बजकर 55 मिनट तक
- निशिता मुहूर्त: रात्रि 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 36 मिनट तक
ये भी पढ़ें: घर में राम दरबार स्थापित करने से मिलता हैं अद्भुत लाभ