खीरा गर्मियों में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला फल-सब्जी है। यह ना सिर्फ स्वाद में हल्का और ठंडा होता है, बल्कि शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मदद करता है।
लेकिन आपने अक्सर देखा होगा कि कभी-कभी बाजार से लाया हुआ खीरा बेहद कड़वा निकल जाता है। ऐसे में मन में सवाल उठता है – आखिर खीरा कड़वा क्यों होता है?
खीरे की कड़वाहट का मुख्य कारण एक प्राकृतिक रसायन होता है, जिसे क्यूकरबिटासिन (Cucurbitacin) कहा जाता है। यह एक तरह का बायोकेमिकल कंपाउंड है, जो सामान्यतः पौधों की पत्तियों, तनों और जड़ों में पाया जाता है।
यह कंपाउंड पौधों की सुरक्षा के लिए विकसित हुआ होता है, ताकि जानवर या कीट इन हिस्सों को न खा सकें।
हालांकि, कभी-कभी यह क्यूकरबिटासिन खीरे के फल (जिसे हम खाते हैं) तक भी पहुंच जाता है, जिससे उसका स्वाद कड़वा हो जाता है।
खीरा जब पूरी तरह परिपक्व नहीं होता, और अगर उसे जल्दबाज़ी में तोड़ लिया जाए, तो उसमें क्यूकरबिटासिन की मात्रा अधिक हो सकती है।
इसी वजह से ताजा या कच्चा तोड़ा गया खीरा अक्सर ज्यादा कड़वा लगता है।
अत्यधिक क्यूकरबिटासिन शरीर में गैस, अपच या पेट दर्द जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।