रिश्ते बनाना आसान है, लेकिन उन्हें निभाना एक कला है और इस कला को समझना हर किसी के बस की बात नहीं।
प्यार, भरोसा और समझदारी से रिश्ते मजबूत होते हैं, लेकिन जब इन तीनों में से एक भी डगमगाए, तो खटास आने लगती है।
अगर आपके रिश्ते में भी कुछ दरारें आ गई हैं, तो घबराइए नहीं। यहां हम बता रहे हैं 5 ऐसे कमाल के तरीके
रिश्ते की सबसे मजबूत डोर होती है "बातचीत"। जब तक दिल की बातें जुबां तक नहीं आतीं, तब तक गलतफहमियां बढ़ती जाती हैं। अपनी फीलिंग्स, परेशानियां और चाहतों को शेयर करें।
कभी भी अपने रिश्ते में किसी तीसरे इंसान को दखल देने का मौका न दें। चाहे वो दोस्त हो या रिश्तेदार, हर मसले को आपस में ही सुलझाने की कोशिश करें।
किसी भी रिश्ते में घुटन नहीं होनी चाहिए। हर इंसान को अपनी पर्सनल लाइफ, सोच और वक्त चाहिए होता है। अपने पार्टनर को स्पेस देना, भरोसे की निशानी है।
रिश्ते में बहस हो सकती है, लेकिन उसे तकरार न बनने दें। जब माहौल गर्म हो, तब बहस करने से बचें। ठंडे दिमाग से, प्यार से बात करें — तभी सुलह भी होगी और समझ भी।
बीते हुए झगड़ों और गलतियों को बार-बार याद करके एक-दूसरे को मत कोसिए। अगर माफ किया है, तो भूलना भी सीखिए। हर बार पास्ट को खींचकर लाना, रिश्ते को और जहरीला बना सकता है।