गर्मियों में मिलने वाला टेस्टी और खट्टा-मीठा फल जामुन न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, फोलिक एसिड, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व इसे एक सुपरफूड बना देते हैं।
आइए जानते हैं क्या वाकई प्रेग्नेंट महिलाओं को जामुन खाना चाहिए या नहीं — और अगर खाना है, तो किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।
हां, प्रेग्नेंसी में जामुन खाना पूरी तरह से सुरक्षित है — बशर्ते कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखा जाए।
जामुन में पोटैशियम की मात्रा अच्छी होती है, जो गर्भावस्था के दौरान BP को संतुलित रखने में मदद करता है।
इसमें मौजूद फाइबर पाचन को दुरुस्त रखता है और कब्ज की समस्या दूर करता है।
जामुन में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं।
इसमें मौजूद फ्लेवोनॉयड्स दिल को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं — खासकर प्रेग्नेंसी में हार्ट लोड को संभालने में।
कैल्शियम और फास्फोरस से भरपूर जामुन, गर्भवती महिलाओं की हड्डियों को मजबूती देता है।