खतरे के निशान से 0.20 मीटर नीचे बह रही नदी
Haryana Flood Situation, (आज समाज), चंडीगढ़: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पिछले कई दिनों से खतरे के निशान से उपर बह रही मारकंडा नदी के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। मारकंडा नदी में दोपहर 2 बजे तक 20 हजार 550 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया। अब मारकंडा खतरे के निशान (256 मीटर) से 0.20 मीटर नीचे बह रही है। दोपहर 12 बजे तक मारकंडा में 21 हजार 422 क्यूसेक पानी था। करीब 2 घंटे में 1 हजार क्यूसेक पानी कम हुआ है। वहीं इस्माइलाबाद के नैसी गांव में टूटे तटबंध को अब तक रिपेयर नहीं किया जा सका है और यहां से पानी लगातार खेतों में जा रहा है।

वहीं बीती शाम जलबेहड़ा साइफन में बीबीपुर लिंक वाली 1 दीवार मारकंडा के तेज बहाव में टूट गई, जिस कारण झील में करीब 6500 एकड़ में खड़ी फसलों के खराब होने खतरा मंडरा गया है। इसके अलावा सीएम नायब सैनी ने मारकंडा नदी के पानी से प्रभावित गांवों का दौरा किया।

आपदा में सरकार और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर

शनिवार शाम सीएम नायब सैनी ने झांसा में मारकंडा पुल से नदी का जायजा लिया। इसके बाद सीएम ने मारकंडा हेड पर मारकंडा नदी की स्थिति और एसवाईएल की जानकारी भी ली। इस दौरान, सीएम नायब सैनी ने कहा कि आपदा में सरकार और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। कुछ घरों में पानी घुसा है। जल भराव की स्थिति के कारण परिस्थिति बदली हुई है।

कुछ समय पहले ही कच्ची छत से बने मकानो में रहने वाले परिवारों को सरकार ने निर्माण के लिए पैसा जारी किया था, लेकिन अनुकूल वातावरण ना होने के कारण वो अपना पक्का मकान का निर्माण नहीं कर सके। अब जैसे ही जल भराव की स्थिति खत्म होगी यह निर्माण कार्य भी शुरू होंगे। प्रदेश की खराब हुई सड़कों, बांधो, पुलों सहित अन्य कामों को शुरू करवाया जाएगा।

हथिनीकुंड बैराज पर यमुना का जलस्तर हुआ कम, भूमि का कटाव जारी

हथिनीकुंड बैराज पर सुबह 7 बजे यमुना नदी में पानी का प्रवाह 58,947 क्यूसेक दर्ज किया गया, जो पिछले कुछ दिनों की तुलना में काफी कम है। खेतों से यमुना पानी बेशक अब धीरे-धीरे करके उतर रहा है, लेकिन भूमि कटाव की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। कटाव को रोकने के लिए लगाए जा रहे मिट्टी से भरे कट्टे पानी के बहाव के बहे जा रहे हैं, जोकि ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। टापू कमालपुर में प्रशासन ने 100 से ज्यादा मजदूरों को कटाव रोकने के लिए लगा रखा है, जिनमें ग्रामीण भी उनके साथ दिनरात काम में जुटे हुए हैं।

टांगरी नदी का जलस्तर बढ़ने की संभावना

अंबाला में आज एक बार फिर टांगरी नदी के उफान पर आने की संभावना है। कल देर रात अचानक 2600 क्यूसेक पानी एक घंटे में नदी का जलस्तर बढ़ा था। प्रशासन ने एक बार फिर जलस्तर बढ़ने को लेकर अलर्ट जारी किया है। प्रशासन का कहना है कि इस बार अधिक तो नहीं पर खतरे का निशान पर जरूर करेगा। प्रशासन का कहना है कि अभी 18 हजार क्यूसेक पानी नदी में आने की संभावना है।

सीएम नायब सैनी ने पंजाब और हिमाचल भेजी राहत सामग्री

सीएम नायब सैनी ने पंजाब और हिमाचल भेजी राहत सामग्री।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज सुबह पंचकूला में माता मनसा देवी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया और देश-प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। इसके बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय पंच कमल से बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री से भरी गाड़ियां पंजाब और हिमाचल प्रदेश के लिए रवाना कीं। राहत सामग्री की 15 गाड़ियां पंजाब और 10 गाड़ियां हिमाचल भेजी गई हैं। इसके अलावा सीएम नायब सैनी ने फतेहाबाद और अंबाला में जलभराव वाले क्षेत्रों का भी दौरा किया।

हिसार में राणा माइनर टूटी

हिसार में एयरपोर्ट के नजदीक राणा माइनर टूट गई है। इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर जेसीबी लगा दी गई थी। इसके बाद स्थिति कंट्रोल में है। इससे कोई नुकसान की सूचना नहीं है। हालांकि, पानी ज्यादा देर चलता रहता तो नजदीक ही सेक्टर-3 के आबादी इलाके में पानी पहुंचने की संभावना थी।

सिरसा में घग्गर का बांध टूटा

सिरसा में घग्गर नदी का बांध ओवरफ्लो होकर फिर टूट गया है। इससे गांव फरवाई से बुढाभाणा रोड पर इसका पानी बह रहा है।

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