एक बार किया जा चुका ट्रायल
Vistadome Coaches Kalka Shimla Route (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के कालका से हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला तक जल्द ही विस्टाडोम कोच दौड़ेंगे। आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित पैनोरमिक कोच के संचालन को लेकर एक बार ट्रायल भी चुका है। हालांकि ट्रायल के दौरान कुछ खामियां पाई गई, जिन्हें दूर किया जा रहा है। इन खामियों को दूर करने के लिए कपूरथला स्थित कोच फैक्ट्री भेजा गया है। अंबाला रेलवे डिवीजन के अधिकारियों को कहना है कि जल्द ही इन खामियों को दूर कर लिया जाएगा।
सीनियर डीसीएम अंबाला डिवीजन नवीन कुमार झा ने बताया कि कोच में जो कमी मिली थी उनको दुरुस्त करने के लिए कोच फैक्ट्री भेजा गया था, अब उन सभी कमियों को लगभग दूर कर लिया गया है। इसका एक बार और फाइनल ट्रायल कराकर इसे शुरू कराया जाएगा।
ऊंचाई पर चढ़ने के दौरान आ रही दिक्कत
ट्रेन का कई बार ट्रायल कराया गया है। जिसमें कभी ट्रेन के ऊंचाई पर चढ़ने के दौरान दिक्कत आ रही थी तो कभी कोच में यात्री सुविधाओं को लेकर। इसलिए इस बार बेहद ही बारीकी से सिल-सिलेवार प्रत्येक खामी को चेक किया गया है, जिससे कि परीक्षण सफल हो और फिर रेलवे से हरी झंडी मिलते ही नए कोच का संचालन आरंभ हो सके।
पैनोरमिक कोच में ये होती हैं सुविधाएं
रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला की टीम ने पैनोरमिक कोच में बड़ी खिड़कियां लगाई गई हैं। इससे यात्रियों को बाहर का दृश्य स्पष्ट रूप से दिखाई देगा और वो यात्रा के दौरान प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा कोच में सीसीटीवी कैमरे, फायर अलार्म और अन्य सुरक्षा उपकर भी लगाए हैं।
विश्व धरोहर स्थल घोषित की जा चुकी है कालका शिमला टॉय ट्रेन
कालका-शिमला टॉय ट्रेन, जिसे हेरिटेज टॉय ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है, ये भारत की एक प्रसिद्ध नैरो-गेज रेलवे है जो कालका से शिमला तक चलती है। यह 103 सुरंगों और 800 पुलों से गुजरते हुए 96 किलोमीटर की दूरी तय करती है और 20 स्टेशनों पर रुकती है। 1903 में शुरू हुई यह ट्रेन, 2008 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित की गई थी।
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