ओलम्पिक तक जाने के लिए  अब फिर खटखटाना होगा कुश्ती फेडरेशन का दरवाजा 

पवन शर्मा

चंडीगढ़। भारतीय कुश्ती की स्टार और हरियाणा के जुलाना से कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट ने कुश्ती में वापसी का एलान किया है। पेरिस ओलिंपिक के विवाद के बाद संन्यास ले चुकी विनेश ने अब घोषणा की है कि वे 2028 लॉस एंजिलिस ओलिंपिक में खेलने का प्रयास करेंगी । उन्होंने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट लिखकर कहा कि उनका सफर अभी खत्म नहीं हुआ, बल्कि अब नई शुरुआत हो रही है। भले ही विनेश ने 2028 लॉस एंजिलिस ओलिंपिक में खेलने का एलान किया हो मगर उनके लिए ये आसान नहीं होगा। क्योकि इसके लिए उन्हें अब पहले कुश्ती फेडरेशन से कैम्प में भाग लेने के लिए लेटर जारी करवाना होगा।इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर अपने वजन की खिलाड़ियों से भिड़ना होगा।

खामोशी में मुझे वो मिला, जिसे मैं भूल गई थी… आग कभी खत्म नहीं होती

विनेश ने लिखा लोग पूछते रहे कि क्या पेरिस मेरा आखिरी मुकाबला था। काफी समय तक मैं खुद भी नहीं जानती थी। लेकिन कुछ समय खुद से दूर रहकर मुझे समझ आया कि मेरी अंदर की आग अभी भी जिंदा है। मैं अब भी मुकाबला करना चाहती हूं।

उन्होंने कहा कि वे फिर उसी जोश और जुनून के साथ मैट पर लौट रही हैं। विनेश पहली भारतीय महिला कुश्ती खिलाड़ी थी जो ओलिंपिक फाइनल पहुंचीं थी। 2024 पेरिस ओलिंपिक में विनेश का प्रदर्शन ऐतिहासिक रहा था। उन्होंने जापान की वर्ल्ड चैम्पियन युई सुसाकी को हराया,यूक्रेन की ओकसाना लिवाच को मात दी इसके बढ़ क्यूबा की गुजमान लोपेजी को सेमीफाइनल में हराया।इन जीतों के साथ वे ओलिंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं।

विनेश से पूरे देश को उनसे मेडल की थी उम्मीद ,100 ग्राम वजन ने तोड़ा सपना

फाइनल से कुछ घंटे पहले उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा निकला और नियमों के चलते उन्हें मुकाबले से बाहर कर दिया गया। देशभर में निराशा फैल गई। इसी सदमे में उन्होंने संन्यास का ऐलान करते हुए लिखा “मां कुश्ती मुझसे जीत गई… अब मुझमें ताकत नहीं बची। लेकिन अब वही विनेश पहले से ज्यादा मजबूत इच्छाशक्ति के साथ वापसी कर चुकी हैं।

इस बार मैं अकेली नहीं… मेरा बेटा मेरे साथ है

अपनी वापसी की घोषणा करते हुए विनेश ने कहा मेरे बेटे ने मुझे नई ऊर्जा दी है। इस बार LA ओलिंपिक की राह पर मैं अकेली नहीं हूं, मेरा बेटा मेरा छोटा चीयरलीडर बनकर मेरे साथ है।

तीन ओलिंपिक का अनुभव, अब चौथी बार जीत का सपना

  • रियो 2016 : चोट से बाहर

  • टोक्यो 2020 : क्वार्टरफाइनल में हार

  • पेरिस 2024 : फाइनल में पहुंचीं, लेकिन वजन विवाद केकारण डिस्क्वालीफ़ाई

    भले ही विनेश ने 2028 लॉस एंजिलिस ओलिंपिक में खेलने का एलान किया हो मगर उनके लिए ये आसान नहीं होगा। क्योकि इसके लिए उन्हें अब पहले अब कुश्ती फेडरेशन का दरवाज़ा खटखटाना होगा कि उन्हें नेशनल कैम्प में भाग लेने की अनुमति दी जाए इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर अपने वजन की खिलाड़ियों से भिड़ना होगा। हरियाणा में इस समय कुश्ती की कई महिला धुरंदर खिलाड़ी है जो विनेश के लिए चुनौती साबित हो सकती हैं । नेशनल लेवल पर पहले चार स्थान पर रहने वाले खिलाड़ी को ही ओलंपिक में जगह मिलती है।