जानें शुभ-अशुभ प्रभाव और उपाय
Shukra Upay, (आज समाज), नई दिल्ली: जन्म कुंडली में चौथा भाव इंसान के घर, सुख, माता, गाड़ी, जमीन-जायदाद और मानसिक शांति से जुड़ा होता है। वहीं शुक्र ग्रह सौंदर्य, प्रेम, रिश्ते, धन, भोग-विलास और कला का प्रतिनिधि माना गया है। जब यह ग्रह चौथे भाव में बैठता है, तो व्यक्ति के जीवन में भौतिक सुखों की भरमार हो सकती है, लेकिन कई बार यही शुक्र अगर अशुभ स्थिति में हो, तो सुख देने वाला ग्रह भी बेचैनी, असंतोष और पारिवारिक दूरी का कारण बन जाता है।

चौथा भाव व्यक्ति की जड़ों, उसके घर के वातावरण और मन की स्थिति से जुड़ा होता है। शुक्र जब इस भाव में मजबूत होकर बैठता है, तो व्यक्ति का मन सौंदर्य, सुकून और आराम की तरफ झुकता है। ऐसा व्यक्ति अपने घर को खूबसूरत बनाए रखने में काफी ध्यान देता है। वहीं कमजोर शुक्र घर के माहौल को अस्थिर कर सकता है, जिससे मानसिक तनाव और रिश्तों में खटास आने लगती है।

शुक्र का यह स्थान एक तरफ शानदार जीवनशैली देता है, तो दूसरी तरफ कभी-कभी भावनात्मक उलझनों में भी फंसा देता है। आइए जानते हैं शुक्र चौथे भाव में होने से कौन-कौन से सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं और इसके क्या उपाय करने चाहिए।

शुक्र चौथे भाव में होने के सकारात्मक प्रभाव

  • जिनकी कुंडली में शुक्र चौथे भाव में बैठा हो, उनके पास सुंदर घर, गाड़ियां और आलीशान चीजें होती हैं, ये लोग अपने रहने की जगह को सजाने-संवारने में बहुत दिलचस्पी रखते हैं।
  • शुक्र शुभ स्थिति में हो तो मां से अच्छा रिश्ता रहता है। उनकी कृपा से जीवन में शांति और भावनात्मक संतुलन बना रहता है।
  • इस स्थिति वाले लोग संगीत, इंटीरियर डिजाइन, फैशन या फिल्म जैसे क्षेत्रों में नाम कमा सकते हैं। इन्हें सुंदरता से जुड़ी हर चीज पसंद होती है।
  • शुक्र इस भाव में व्यक्ति को नम्र, सुसंस्कृत और आकर्षक बनाता है। ऐसे लोग दूसरों को अपनी बातों और स्वभाव से सहज महसूस कराते हैं।
  • जीवन में धन, गाड़ियां, आरामदायक जीवन और स्वादिष्ट भोजन जैसी सुविधाएं आसानी से मिलती हैं।

शुक्र चौथे भाव में होने के नकारात्मक प्रभाव

  • अगर शुक्र कमजोर हो या पाप ग्रहों से पीड़ित हो तो व्यक्ति का मन बेचैन रहता है। छोटी-छोटी बातों पर मूड बदल जाता है।
  • कुछ मामलों में मां से अलगाव या संबंधों में खटास हो सकती है। घर का वातावरण अस्थिर हो जाता है।
  • नकारात्मक असर से व्यक्ति अपनी लाइफस्टाइल पर जरूरत से ज्यादा पैसा खर्च कर देता है।
  • ये स्थिति इंसान को इतना आरामपसंद बना देती है कि मेहनत करने की आदत कमजोर पड़ जाती है।
  • कई बार घर-परिवार के मामलों में प्यार या रिश्ते तनावपूर्ण हो जाते हैं, जिससे मानसिक अशांति बढ़ती है।

शुक्र चौथे भाव के उपाय

  • हर शुक्रवार व्रत रखने और सफेद वस्त्र पहनने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है।
  • चांदी की अंगूठी या बर्तन का इस्तेमाल शुभ फल देता है।
  • शुक्रवार को सफेद वस्तुएं, जैसे चावल, दूध या वस्त्र दान करना लाभकारी होता है।
  • शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं और ह्ॐ शुक्राय नम: मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • घर में हमेशा साफ-सफाई और खुशहाल माहौल रखें, क्योंकि चौथा भाव सीधे मानसिक शांति से जुड़ा होता है।