Dehradun Cloudburst, (आज समाज), देहरादून: उत्तर भारत के पहाड़ों में अभी मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले सप्ताहांत हिमाचल के बिलासपुर में बादल फटने के बाद अब उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सहस्रधारा इलाके में बादल फटने की घटना हुई है। स्थानीय प्रशासन व इलाके लोगों के मुताबिक आज अलसुबह यह घटना हुई है और इससे भारी नुकसान होने की सूचना है।
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कारें व कुछ दुकानें बह गई
बताया गया है कि सहस्रधारा के मैन बाजार में मलबा आने के कारण होटलों व कई दुकानों को नुकसान पहुंचा है। कई घर भी नष्ट हो गए हैं और कारें व कुछ दुकानें बह गई हैं। बादल फटने के बाद दो लोग लापता बताए गए हैं। घटना की सूचना के बाद जिलाधिकारी सविन बंसल व कुमकुम जोशी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है और लापता दोनों लोगों की तलाश जारी है।
100 लोग फंस गए थे, ग्रामीणों ने सेफ जगह पहुंचाया
अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीडब्ल्यूडी व अन्य अधिकारी मौके पर बचाव एवं राहत के काम में जुटे हैं। बुलडोजर की मदद से मलबे को हटाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दोनों लापता लोगों की जल्द खोजबीन और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। स्थनीय लोगों के मुताबिक बादल फटने के बाद लगभग 100 लोग फंस गए थे जिन्हें गांव के लोगों ने सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया।
देहरादून में सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश
प्रशासन ने भारी बारिश और बादल फटने की घटना के मद्देनजर देहरादून में 1 से 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल फिलहाल बंद हैं। इस मानसून में उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन ने तबाही मचाई है, जिनमें उत्तरकाशी में धराली-हरसिल, चमोली में थराली, रुद्रप्रयाग में छेनागाड़, पौड़ी में सैंजी, बागेश्वर में कपकोट और नैनीताल जिले के कुछ हिस्से शामिल हैं।
प्राकृतिक आपदाओं ने इस बार ली 85 लोगों की जान
आधिकारिक अनुमान में बताया गया है कि इस साल अप्रैल से उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं के कारण अब तक 85 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 128 लोग घायल हुए हैं और 94 लापता हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले सप्ताह प्रदेश देहरादून पहुंचे थे और के आपदाग्रस्त इलाकों में राहत और बचाव कार्यों की उन्होंने समीक्षा की। इस दौरान मोदी ने प्रभावित क्षेत्रों के लिए 1,200 करोड़ रुपए के वित्तीय राहत पैकेज की घोषणा की है।
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