सिंगल सुपर फास्फेट खाद का करें इस्तेमाल
(आज समाज), नई दिल्ली: जिस तरह खरीफ की फसलों में यूरिया की मांग बहुत ज्यादा रहती है, वैसे ही रबी सीजन की फसलों के लिए डीएपी खाद की खपत ज्यादा होती है। यही वजह है कि पिछले कुछ महीनों से किसान यूरिया खाद के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और अब रबी सीजन में ऊअढ खाद के संकट से भी किसानों को दो-चार होना पड़ेगा।

ऐसे में हम आपको एक ऐसा विकल्प बता रहे हैं, जिसे अपनाकर आपको डीएपी के लिए लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा। आप डीएपी के बिना ही बेहतर उत्पादन ले सकते हैं। साथ ही डीएपी से छोड़ने मिट्टी की सेहत में भी सुधार होगा। दरअसल, डीएपी की जगह आप सिंगल सुपर फॉस्फेट और यूरिया का उपयोग कर सकते हैं।

कैसे करें इस्तेमाल

ये तो सब जानते हैं कि डीएपी के उपयोग से खेत में संतुलित पोषक तत्वों की भी आपूर्ति नहीं हो पाती है। ऐसे में किसान यूरिया के साथ सिंगल सुपर फॉस्फेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके परिणाम बेहद कारगर हैं। आपको करना ये होगा कि बुवाई के समय 1 बैग डीएपी के स्थान पर 3 बैग सिंगल सुपर फास्फेट (एसपी) और 1 बैग यूरिया का उपयोग करें। रबी सीजन की सरसों और गेहूं की फसलों की बुवाई के लिए आप ये तरीका इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्यों करें इस्तेमाल

दरअसल, सिंगल सुपर फास्फेट में उपलब्ध फास्फोरस तत्व के अलावा दूसरे जरूरी पोषक तत्व जैसे- कैल्शियम, सल्फर, जिंक , बोरोन आदि भी पाए जाते हैं। गौर करने वाली बात ये है कि 3 बैग सिंगल सुपर फास्फेट और 1 बैग यूरिया में उपलब्ध पोषक तत्वों की लागत डीएपी में मौजूद पोषक तत्वों की लागत से भी कम होती है। बता दें कि वर्तमान में उपयोग हो रहे उर्वरकों से एनपीके के आदर्श अनुपात 4:2:1 का असंतुलन भी हो रहा है।

एनपीके का अनुपात भी होगा संतुलित

इसलिए खेत की उर्वरा शक्ति बनाए रखने और उर्वरकों के उपयोग में मुख्य पोषक तत्वों अर्थात एनपीके का अनुपात 4:2:1 बनाए रखने हेतु डीएपी के स्थान पर एसएसपी+यूरिया के अलावा एनपीके कॉम्प्लेक्स उर्वरक के विभिन्न ग्रेडस जैसे- एनपीके 12:32:16, 20:20:13, 19:19:19, 16:16:16, 15:15:15 आदि का उपयोग भी किसान कर सकते हैं।

लिक्विड उर्वरक का करें उपयोग

भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए कार्बनिक खाद जैसे- गोबर खाद, कम्पोस्ट खाद, वर्मी कम्पोस्ट, खली, प्रोम, आॅर्गेनिक मैंन्योर इत्यादि का अधिक से अधिक उपयोग किया जाना चाहिए। खेती में रासायनिक खाद की लागत को कम करने और मिट्टी की उर्वरा शक्ति एवं उत्पादन बढ़ाने में ये नए जमाने के लिक्विड उर्वरक नैनो यूरिया, नैनो डीएपी का भी उपयोग करना चाहिए।