India-US Tariff War, (आज समाज), नई दिल्ली/वाशिंगटन: भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद जल्द खत्म हो सकता है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। इसके अनुसार दोनों देश ट्रेड डील यानी व्यापार समझौते को भी अंतिम रूप देने के करीब पहुंच गए हैं और जल्द यह डील कंपलीट होगी। बताया जा रहा है कि ‘ट्रंप टैरिफ’ 50 प्रतिशत से घटकर 15-16 फीसदी तक आ सकता है।

अमेरिका ने इस कारण लगाया है टैरिफ

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर हाल ही के महीनों में अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लागू किया है। रूस से भारत द्वारा तेल खरीदने के विरोध में अमेरिका ने भारत पर टैरिफ लगाया है। इसके बाद से दोनों देशों के रिश्तों कड़वाहट है। अमेरिका का कहना है कि भारत को रूस से तेल खरीदना बंद करना होगा तभी टैरिफ काम किया जाएगा रूस-यूक्रेन जंग ख़त्म करने के मकसद से उन्होंने यह शर्त रखी है।

मोदी के चीन दौरे के बाद नरम पड़े हैं ट्रंप

हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे और वहां चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग व रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद से ट्रंप के भारत के प्रति सुर में बदलाव आया है और वह कई बार मोदी को अपना अच्छा दोस्त बता चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस दिवाली पर भी पीएम मोदी को फोन कर त्योहार की शुभकामनाएं दी हैं और उन्हें फिर अपना करीबी दोस्त बताया है। ट्रंप के इस तरह के रवैये से लगता है कि वह भारत के प्रति नरम रुख अपनाए हुए हैं और टैरिफ 50 फीसदी कम कर सकते हैं।

ट्रेड डील : ऊर्जा और कृषि रह सकता है फोकस

रिपोर्ट के अनुसार, जहां तक भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील का मामला है, यह ऊर्जा और कृषि दोनों पर
फोकस रखते हुए हो सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है इंडिया-यूएस के बीच व्यापार समझौते को लेकर होने वाली चर्चा में एक प्रमुख विषय भारत द्वारा रूस से कच्चे तेल का इंपोर्ट भी शामिल होगा। भारत रूस से तेल खरीद घटा सकता है।

डील को लेकर अब तक नहीं आधिकारिक बयान

रिपोर्ट के अनुसार भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील अंतिम चरण में है और आसियान शिखर सम्मेलन से पहले समझौता फाइनल हो सकता है। आसियान शिखर सम्मेलन इस माह के आखिर में होना है। ट्रेड डील के बाद ही इसका औपचारिक ऐलान संभव है। हालांकि मामले में अभी तक अमेरिका या भारत की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पर ट्रंप ने पिछले ही सप्ताह दावा किया था कि भारत रूसी तेल की घटाने पर सहमत हो गया। हालांकि इस पर भारत ने कहा था कि ट्रंप से रूसी तेल की खरीद पर कोई बातचीत नहीं हुई है।

यह भी पढ़ें: China-US Tariff War : चीन के साथ समझौता न हुआ तो उसे भुगतने होंगे गंभीर परिणाम : ट्रंप