UPI Payments Update(आज समाज) : पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन मोड से पैसे का लेन-देन तेज़ी से बढ़ा है। अब छोटे शहरों और गाँवों में भी लोग मनी ट्रांजैक्शन या UPI पेमेंट के बारे में अच्छे से जानते हैं। त्योहारों के मौसम में UPI ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है।
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (UPI) ट्रांजैक्शन का डेटा जारी
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) ने शनिवार को नए महीने की शुरुआत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (UPI) ट्रांजैक्शन का डेटा जारी किया। लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, अक्टूबर में UPI ट्रांजैक्शन की संख्या में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। यह बढ़ोतरी फेस्टिव सीज़न और GST 2.0 के लागू होने की वजह से हुई। NPCI द्वारा शेयर की गई जानकारी के अनुसार, अक्टूबर में UPI ट्रांजैक्शन की संख्या पिछले साल के मुकाबले 25 प्रतिशत बढ़कर 20.70 बिलियन हो गई।
इसके अलावा, ट्रांजैक्शन वॉल्यूम भी पिछले साल के मुकाबले 16 प्रतिशत बढ़कर ₹27.28 लाख करोड़ हो गया। रोज़ाना औसत ट्रांजैक्शन की संख्या 668 मिलियन थी, और रोज़ाना औसत ट्रांजैक्शन अमाउंट ₹87,993 करोड़ था।
ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी
पिछले महीने के डेटा को देखें तो, सितंबर में UPI ट्रांजैक्शन की संख्या पिछले साल के मुकाबले 31 प्रतिशत बढ़कर 19.63 बिलियन हो गई थी। ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में पिछले साल के मुकाबले 21 प्रतिशत की शानदार बढ़ोतरी हुई और यह ₹24.90 लाख करोड़ हो गया। सितंबर में रोज़ाना औसत ट्रांजैक्शन की संख्या 654 मिलियन थी और रोज़ाना औसत ट्रांजैक्शन अमाउंट ₹82,991 करोड़ था।
इसके अलावा, NPCI द्वारा जारी किए गए इमीडिएट पेमेंट सर्विस (IMPS) डेटा से पता चलता है कि ट्रांजैक्शन की संख्या सितंबर में 394 मिलियन से बढ़कर अक्टूबर में 404 मिलियन हो गई। यह बढ़ोतरी ट्रांजैक्शन अमाउंट में भी दिखी, जो सितंबर में ₹5.97 लाख करोड़ से बढ़कर अक्टूबर में ₹6.42 लाख करोड़ हो गया।
फेस्टिव सीज़न UPI खर्च
इस बीच, बैंक ऑफ़ बड़ौदा की एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि पिछले महीने फेस्टिव सीज़न के दौरान UPI के ज़रिए खर्च भी बढ़कर ₹17.8 लाख करोड़ हो गया, जो पिछले साल के ₹15.1 लाख करोड़ के मुकाबले 17 प्रतिशत से ज़्यादा की बढ़ोतरी है। UPI खर्च का यह डेटा दिवाली से दशहरा तक की अवधि के लिए जारी किया गया था।
यह भी पढ़े : UPI Big Change : UPI ऐप के ज़रिए मासिक किश्तों में कर सकते हैं भुगतान , क्रेडिट कार्ड की नहीं होगी जरुरत