(Charkhi Dadri News) आज समाज नेटवर्क। बाढड़ा। उपमंडल के संयुक्त किसान मोर्चा पदाधिकारी उपमंडल की अनाज मंडी के शेड् के नीचे 21 वें दिन धरना लगाकर सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। आज के धरने पर जाट आरक्षण संघर्ष समिति सहित अनेक सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने पहुंच कर किसानों की मांगों का समर्थन किया तथा रोष प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।कस्बे की अनाजमंडी में किसान नेता नरेश कादयान की अध्यक्षता में संचालित धरने को संबोधित करते हुए जाट आरक्षण संघर्ष समिति प्रदेश महासचिव विधानंद हंसावास ने कहा कि सरकारी की मनमानी व पूंजीपति हितैषी नीतियों से हर वर्ग में हताशा व उपेक्षा का माहौल बना हुआ है। मेहनतकश किसान से पहले प्रीमियम वसूला जाता है और फिर प्राकृतिक आपदा के समय मदद के समय उसको नकार दिया जाता है जो न्यायसंगत नहीं है।
जिले के सत्तासीन जनप्रतिनिधियों की मदद के बिना कंपनी इतना बड़ा गोलमाल करना संभव नहीं है
केन्द्र व प्रदेश सरकार किसानों व श्रमिकों के हितों से खिलवाड़ कर रही है जो किसी सूरत में न्यायसंगत नहीं है। लोकसभा व विधानसभा चुनाव में बड़े बड़े दावे करने वाले सांसद धर्मबीर सिंह, किरण चौधरी, कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी व अन्य विधायक किसान की आवाज सुनने तक नहीं आ रहे है जिससे खिलाफ अब लोगों में रोष बना हुआ है। छात्र संघर्ष समिति के पूर्व अध्यक्ष विजय मोटू ने कहा कि जिले के सत्तासीन जनप्रतिनिधियों की मदद के बिना कंपनी इतना बड़ा गोलमाल करना संभव नहीं है। धरने को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि खरीफ 2023 कपास बीमा क्लेम में भिवानी व चरखी-दादरी जिलों के 350 करोड़ रुपयों के घोटाले की जांच की मांग तथा बीमा क्लेम ब्याज सहित जारी करने, समार्ट मीटर ना लगाने, बिजली के बढ़ा हुआ चार्ज वापिस लेने आदि मांगों को लेकर किसान धरना दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक मुआवजा आदि की मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक किसानों का धरना जारी रहेगा। धरने का संचालन कामरेड रामपाल धारणी ने किया। आज के धरने पर किसान सभा अध्यक्ष मा. रघबीर श्योराण काकड़ौली, राजकुमार हड़ौदी, भुप सिंह दलाल, नरेश कादयान, ब्रहमपाल बाढडा, रामपाल धारणी, रणधीर उमरवास, सतवीर सिंह भांडवा, राधे श्याम शर्मा, करतार सिंह गोपी, ओमप्रकास, रघवीर, कर्ण सिंह, नरेश, राजेश, संदीप, महिपाल, बिजेंद्र इत्यादि मौजूद रहे।
किसानों का उत्पीडऩ सहन नहीं
किसान नेता राजकुमार हड़ौदी ने बाढड़ा में किसान सभा द्वारा आयोजित धरने को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को किसानों से किया वायदा जल्द पूरा करना चाहिए और बीमा क्लेम का घोटाला करने वाली कंपनी के साथ दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात कि मुख्यमंत्री की रैली को दो हफ्ता बीत गया है लेकिन धरने पर बैठे किसानों की किसी जन प्रतिनिधि या सरकारी अधिकारी ने सुध नहीं ली है।
उन्होंने कहा कि बाढड़ा क्रांतिकारियों की भूमि है और किसानों ने बड़े बड़े किसान आंदोलन किए हैं इसलिए सरकार यहां किसानों को कमजोर समझने की गलती ना करे। उन्होंने कहा कि किसान अपने जायज मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। बीमा कंपनियों की ठगी का शिकार होने के साथ किसान लंबे समय से ट्यूबवैल कनेक्शन की बाट जोह रहे हैं। सरकार दावा कर रही है कि खाद की कोई कमी नहीं है जबकि हकीकत यह है कि आज भी किसान खाद के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं।