Banned Narcotic Injections, (आज समाज), पानीपत : ऑपरेशन ट्रेक डाउन के तहत पानीपत पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। जिला पुलिस द्वारा अब तक ट्रेक डाउन के तहत 18 आरोपियों को काबू किया जा चुका है। इनके खिलाफ जानलेवा हमला, फायरिंग, गंभीर चोट मारने के मामले दर्ज है। इसी क्रम में एंटी नारकोटिक्स सेल पुलिस टीम ने वीरवार शाम को गांव कैथ के अड्डे पर दो युवकों को नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शनों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 460 नशीले प्रतिबंधित पेंटाजोसिन लैक्टेट इंजेक्शन बरामद हुए है।
दो युवक प्लास्टिक थैली रखे बैठे दिखाई दिए
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वीरवार शाम को एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम को गश्त के दौरान गुप्त सूचना मिली थी कि संदिग्ध किस्म के दो युवक मादक पदार्थ लेकर बेचने के लिए कैथ गांव के अड्डे पर बैठे है। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। सामने दो युवक प्लास्टिक थैली रखे बैठे दिखाई दिए। पुलिस टीम ने दोनों युवकों को हिरासत में लिया। पूछताछ में युवकों ने अपनी पहचान हरकेश उर्फ काला पुत्र सुरेंद्र व देवेंद्र उर्फ देवा पुत्र सुरेश निवासी बुटाना सोनीपत के रूप में बताई।
बरामद प्रतिबंधित इंजेक्शनों की गिनती करने पर संख्या 460 मिली
पुलिस टीम ने नियमानुसार ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में प्लास्टिक थैली को खोलकर देखा तो काफी संख्या में नशीले प्रतिबंधित पेंटाजोसिन लैक्टेट इंजेक्शन मिले। बरामद प्रतिबंधित इंजेक्शनों की गिनती करने पर संख्या 460 मिली। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया आरोपी हरकेश गोहाना में एक मेडिकल स्टोर पर काम करता है। पूछताछ में आरोपी ने बताया स्टोर संचालक नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन बेचने का अवैध काम करता है। वह स्टोर संचालक से प्रतिबंधित इंजेक्शन लेकर कमीशन पर बेच देता है। आरोपी हरकेश ने कुछ दिन पहले साथी आरोपी देवेंद्र को प्रतिबंधित इंजेक्शन बेचने बारे बताया। इसके बाद दोनों साथ मिलकर कमीशन पर नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन बेचने लगे।
नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन लेकर पानीपत में बेचने के लिए आए थे
दोनों आरोपी वीरवार को नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन लेकर पानीपत में बेचने के लिए आए थे। दोनों को कोई खरीददार नहीं मिला तो वापिस जाने के लिए कैथ गांव के अड्डे पर सवारी के इंतजार में खड़े थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को प्रतिबंधित इंजेक्शन सहित काबू कर लिया। आरोपियों के खिलाफ थाना इसराना में एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग दर्ज कर पुलिस ने शुक्रवार को दोनों आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से सप्लायर के ठिकानों का पता लगा काबू करने का प्रयास करेगी।