अमृतसर पुलिस ने हासिल की कामयाबी, जांच में जुटी पुलिस
Amritsar Crime News (आज समाज), अमृतसर : भारत और पाकिस्तान के बीच काफी ज्यादा खींचतान चल रही है। पहलगांव आतंकी हमले के बाद जबसे भारत ने पाकिस्तान का पानी रोकने की बात कही है तभी से पाकिस्तान की तरफ से युद्ध की धमकियां दी जा रही हैं। इसी के चलते दोनों देशों ने सीमाओं पर सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है। इसी बीच अमृतसर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो पाकिस्तान को भारतीय सेना की खुफिया जानकारी भेज रहा था।
फिलहाल पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपियों के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से कनेक्शन उजागर हुए हैं। पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान पलक शेर मसीह और सुरज मसीह के तौर पर हुई है। दोनों को अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सूत्रों के अनुसार आरोपियों ने सेना छावनियों और एयरबेस की तस्वीरें दुश्मन को भेजीं।
पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ जांच जारी : डीजीपी
डीजीपी गौरव यादव ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने एक्स पर ट्वीट किया कि आरोपियों के खिलाफ जांच जारी है। पंजाब पुलिस भारतीय सेना के साथ मजबूती से खड़ी है, राष्ट्रीय हितों की रक्षा के अपने कर्तव्य में अडिग है। हमारे सशस्त्र बलों की सुरक्षा को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का दृढ़तापूर्वक और तत्काल जवाब दिया जाएगा। आईएसआई के लिए जासूसी कर रहे दोनों जासूसों एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है। जिससे आर्मी कैंट और एयरफोर्स से जुड़ी बेहद संवेदनशील सूचनाएं आरोपी पाकिस्तान को भेज रहे थे।
इधर बॉर्डर एरिया से पलायन जारी
सीमा के साथ बसे गांवों के लोगों द्वारा पलायन शुरू कर दिया गया है। लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए लोगों ने राशन और अन्य खाद्य सामग्री जुटाना शुरू कर दिया है। लोगों में यह डर है कि आपातकाल की स्थिति में बाजार पूरी तरह बंद हो सकते हैं। फिरोजपुर में पहले भी कई बार ऐसी परिस्थितियां बनी हैं, जब कर्फ्यू लगाया गया था। इन गतिविधियों के बीच लोग अपने कीमती सामान और संसाधनों को सुरक्षित करने में जुट गए हैं। स्थानीय निवासी बताते हैं कि 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भी ऐसा ही माहौल था। लोगों का कहना है कि हमें यकीन है कि भारत युद्ध की शुरूआत नहीं करेगा। लेकिन पाकिस्तान पर कभी भी भरोसा नहीं किया जा सकता। 1971 के युद्ध में पाकिस्तान ने धोखे से भारत पर हमला किया था।