दिन के कारोबार की समाप्ति के समय सेंसेक्स 676.09 अंक जबकि एनएसई निफ्टी 245.65 अंक ऊपर हुआ बंद
Share Market Update (आज समाज), बिजनेस डेस्क :सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई। तीन दिन के अवकाश के बाद खुले शेयर बाजार में जबरदस्त खरीदारी दिखाई दी। दिवाली तक जीएसटी व्यवस्था में बड़े सुधार की योजना से वाहन और टिकाऊ उपभोक्ता सामान कंपनियों के शेयरों में भारी खरीदारी हुई। इससे सोमवार को भारतीय बाजार बढ़त के साथ बंद हुआ। बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में करीब एक प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। विशेषज्ञों ने कहा कि वैश्विक रेटिंग एजेंसी एसएंडपी द्वारा भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को अपग्रेड करने का भी बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए 24 पैसे बढ़कर 87.35 (अनंतिम) पर बंद हुआ।
इस स्तर पर बंद हुए सेंसेक्स और निफ्टी
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 676.09 अंक या 0.84 प्रतिशत उछलकर 81,273.75 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,168.11 अंक या 1.44 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,765.77 अंक पर पहुंचा। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 245.65 अंक या 1.00 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,876.95 पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 390.7 अंक या 1.58 प्रतिशत बढ़कर 25,022 पर पहुंच गया।
सोना रहा स्थिर, चांदी एक बार फिर चमकी
तीन दिन के अवकाश के बाद सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने की कीमत स्थिर रही जबकि चांदी अपने पिछले स्तर से एक लाख रुपए प्रति किलो तेज रही। हालांकि वैश्विक बाजारों में सोने की कीमत में तेजी दिखाई दी लेकिन भारतीय सर्राफा बाजार में यह अपने पिछले दाम पर ही स्थिर रहा। यदि राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार की बात की जाए तो यहां सोने की कीमत 1,00,920 रुपए प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही। स्थानीय बाजार में 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाली पीली धातु 1,00,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही। वहीं चांदी की कीमतें 1,000 रुपये बढ़कर 1,15,000 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) हो गईं।
आने वाले दिनों में जारी रहेगा उतार चढ़ाव
हालांकि सोमवार को सोने की कीमतें स्थिर रहीं लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस कीमती धातु की कीमतों में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि सप्ताहांत में अमेरिका-रूस बैठक में मास्को और कीव शांति प्रक्रिया पर कोई स्पष्ट समाधान नहीं निकलने के कारण सोने में स्थिरता से लेकर अस्थिरता तक का रुख रहा। हालांकि वार्ता का रुख सकारात्मक रहा। उन्होंने कहा कि शांति की दिशा में कोई भी प्रगति सोने पर दबाव डाल सकती है। वहीं समाधान में लंबे समय तक देरी से कीमतों को समर्थन मिलने की संभावना है।