भारत के उद्योग मंत्री ने ऑस्ट्रेलिया के व्यापार और पर्यटन मंत्री के साथ की मुलाकात, दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग समझौते पर हुई बातचीत
Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : भारत अपने व्यापारिक संबंध विश्व के सभी प्रमुख देशों के साथ मजबूत करने के लिए तेजी से कार्य कर रहा है। देश के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल लगातार दौरे कर रहे हैं और मुक्त व्यापार समझौतों से संबंधित रोडमैप तैयार कर रहे हैं। इसी प्रयास में केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में एक अहम दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के व्यापार व पर्यटन मंत्री सीनेटर डॉन फैरेल और कौशल व प्रशिक्षण मंत्री एंड्रयू जाइल्स से मुलाकात की। इस द्विपक्षीय बैठक का उद्देश्य भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाई देना था।
दोनों देशों के बची आपसी व्यापार पर हुई चर्चा
बैठक में भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता पर विस्तार से चर्चा हुई। यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और सेवाओं के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया जा रहा है। मंत्रालय के अनुसार, इस बातचीत में सीईसीए वार्ता की प्रगति की समीक्षा की गई और यह तय किया गया कि कैसे दोनों देश मिलकर व्यापारिक संबंधों को और मजबूत बना सकते हैं।
खासतौर पर वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार, निवेश और पारस्परिक लाभ के क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले से ही मजबूत रणनीतिक संबंध हैं, लेकिन इस समझौते से इन संबंधों को और गहराई मिलेगी। दोनों देशों ने इस बात पर सहमति जताई कि आर्थिक साझेदारी की पूरी क्षमता को उजागर करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
भारत-न्यूजीलैंड के बीच एफटीए जल्द
भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के चौथे दौर की वार्ता सफलतापूर्वक संपन्न हुई। दोनों पक्षों के बीच पांच दिनों तक रचनात्मक और दूरदर्शी चर्चा हुई। केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और न्यूजीलैंड के व्यापार मंत्री टॉड मैक्ले ने इस दौरान हुई स्थिर प्रगति की सराहना की। साथ ही एक आधुनिक, व्यापक और भविष्य के लिए तैयार एफटीए की दिशा में काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। चर्चा में वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार, आर्थिक सहयोग और उत्पत्ति के नियमों जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। दोनों पक्षों ने आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाने व एक-दूसरे के लिए लाभदायक साझेदारी विकसित करने की साझा प्रतिबद्धता जताई।
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