The third wave of corona virus in Europe, corona cases doubled in the month in India: कोरोना वायरस की यूरोप में तीसरी लहर, भारत में महीने में कोरोना केस हुए दोगुने

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बीते वर्ष 2020 में कोरोना वायरस नाम की एक नई महामारी सामने आई। इस बीमारी केआरंभ में तो डाक्टरों को पता ही नहीं चला कि यह किस तरह की बीमारी है इसका इलाज कैसे होगा। दुनियाभर में तेजी से यह बीमारी फैलने लगी। इसकी शुरुआत चीन वुहान शहर से हुई। सबसे पहले कोरोना के मामले चीन में ही शुरु हुए थे। इस वैश्विक महामारी ने न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया को बंद कर दिया। लोगों को घरों में कैद होना पड़ा। इस महामारी का सबसे अधिक प्रकोप यूरोप में देखने को मिला। हालांकि बीच थोड़ी राहत मिलती दिखी थी लेकिन फिर से अब यूरोपीय देशों मेंकोरोना वायरस की तीसरी लहर देखने को मिल रही हैजो चिंता का विषय है। कोरोना संक्रमण यूरोप में तेजी से फैल रहा है। जिसके कारण संभावना है कि यूरोप मेंफिर से लॉकडाउन लगाया जाए। भारत में भी इसकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर देखने को मिल रही है। तेजी से कोरोना संक्रमण फैल रहा है। बीते एक महीने में कोरोना के नए मरीजों की संख्या डबल हो गई है।
यूरोपीय देशों मेंलॉकडाउन की स्थिति
यूरोपीय देश इटली, फ्रांस, जर्मनी, पोलैंड और बेल्जियम सहित यूरोप के कई देशों में नए कोरोना के केसों में इजाफा हो रहा है। इन देशों में इस समय इंफेक्शन रेट उच्चतम स्तर पर है। यूरोप में पिछले सप्ताह आठ लाख नए मामले आए हैं। यह पिछले सप्ताह के मुकाबले 5.8 फीसदी ज्यादा है। चिकित्सकों की राय है कि अगर तीसरी लहर से देशों को बचाना हैतो एक बार फिर लॉकडाउन का सहारा लेना पड़ सकता है।
फ्रांस: हर 12वें मिनट आईसीयू में भर्ती हो रहा एक मरीज
फ्रांस में दिसंबर, 2020 मेंकोरोना के मामलों में कमी आई थी लेकिन नए साल के जनवरी महीने में यहां कोरोना के नए मामलों की संख्या में तेजी से इजाफा भी हुआ। हालात इतने बदतर हो गए है कि फ्रांस की राजधानी पेरिस में आईसीयू लगभग फुल हो गए हैं। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने कहा कि दिन और रात में हर 12वें मिनट पेरिस में एक कोरोना मरीज आईसीयू में भर्ती हो रहा है। वहीं इटली पहले ही कोरोना के बेहद बुरे हालातों से गुजर चुका है लेकिन फिर कोरोना की नई लहर को देखते हुए सोमवार से लगभग पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया है। यहां तक कि केवल जरूरी कामों के लिए ही घरों से बाहर निकलने की छूट दी गई है। पिछले सप्ताह इटली में रोजाना 25 हजार से ज्यादा केस मिल रहे थे। प्रधानमंत्री मारियो ड्रागी ने बढ़ते मामलों पर कहा कि पिछले बसंत में क्या हुआ था इसकी यादें अभी ताजा है। दोबारा उसे होने से रोकने के लिए हम हर संभव कोशिश करेंगे।
बता दें कि यूरोप में कोरोना के टीकाकरण में तेजी नहीं है। लोगों को कोरोना का टीका बहुत ही धीमी गति से लगाया जा रहा है। यूरोप वैक्सीन की कुल 4.85 लाख डोज लगा कर अमेरिका, ब्रिटेन और चीन की तुलना में पीछे है। पूरी दुनिया में कोरोना महामारी से पीड़ित मरीजों की संख्या 12 करोड़ पार हो गई है। बात करेंदेश में तो यहांभी कोरोना महामारी से पीड़ित लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। महाराष्ट्रमेंसबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ने कई पाबंदिया लगा दी है। कई स्थानों पर लॉकडाउन लगाया गया है तो कई स्थानों पर नाइट कर्फ्यूभी लगाया गया है। सरकार ने 31 मार्च तक होटल, रेस्त्रां, सिनेमा हॉल और दफ्तरों को 50 फीसदी क्षमता के साथ चलाने के आदेश दिए हैं। साथ ही शादी में अधिकतम 50 और अंतिम संस्कार में 20 लोग ही शामिल हो सकेंगे। नागपुर में भी सोमवार से 21 मार्च तक के लिए लॉकडाउन लग गया है।

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