नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में आज महत्वपूर्ण दिन रहा। तीन बड़े मामलों की आज सुनवाई हुई। सबरीमला मंदिर के मामले में पुनर्विचार याचिका को बड़ी बेंच को दे दिया। सबरीमला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश दिए जाने संबंधित पुनिर्विचार याचिका दायर की गई है। अब इस मामले की सुनवाई 7 जजों की बेंच करेगी। कोर्ट ने कहा कि धर्म के सर्वमान्य नियमों के मुताबिक ही परंपरा होनी चाहिए। आज मामले में सुनवाई करते हुए सीजेआई ने कहा था कि धार्मिक प्रथाओं को सार्वजनिक आदेश, नैतिकता और भाग 3 के अन्य प्रावधानों के खिलाफ नहीं होना चाहिए। सीजेआई रंजन गोगई ने कहा कि पूजा स्थलों में महिलाओं का प्रवेश केवल इस मंदिर तक सीमित नहीं है। सबरीमला मामले में सीजेआई रंजन गोगई ने कहा कि याचिकाकर्ता धर्म और आस्था पर बहस शुरु करना चाहते हैं। मामला 3-2 के बहुमत से बड़ी बेंच को सौंप दिया गया है। इस मामले की सुनवाई सात जजों की बेंच को दिया गया है पहले इसकी सुनवाई पांच जजों की बेंच कर रही थी। जस्टिस फली नरीमन और जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने अलग से इस निर्णय के खिलाफ अपना फैसला दिया है। जबकि सीजेआई रंजन गोगोई, जस्टिस इंदु मल्होत्रा और जस्टिस खानविलकर ने बहुमत में फैसला दिया है।
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