नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन विधेयक के लोकसभा और राज्यसभा में पारित होने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस पर टिप्पणी की। जिसका भारत की ओर से करारा जवाब दिया गया। इमरान खान ने गुरुवार को भारत सरकार पर आरोप लगाया था कि वह सुनियोजित तरीके से हिंदू सर्वोच्चवादी एजेंडा को आगे बढ़ा रही है और इससे पहले कि देर हो जाए, विश्व को अवश्य ही कदम उठाना चाहिए। इमरान खान ने लगातार कई ट्वीट किए जिसमें भारत में पास किए गए नागरिकता संशोधन विधेयक का जिक्र था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की टिप्पणी भारत ने उन्हें अपने देश को देखने की नसीहत दे डाली। भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान को अपने देश में अल्पसंख्यकों के साथ सलूक पर ध्यान देना चाहिए। विधेयक पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की टिप्पणी का जिक्र करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामले में टिप्पणी करने के बजाय अपने देश में अल्पसंख्यकों के साथ सलूक पर ध्यान देना चाहिए। बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थी- हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का इस विधेयक में प्रस्ताव किया गया है।
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