Toll Pay Update(आज समाज) : NHAI ने टोल भुगतान प्रक्रिया को और अधिक सुविधाजनक और डिजिटल बनाने के लिए एक बड़ा अपडेट जारी किया है। नए बदलावों से उन लोगों को राहत मिलेगी जिनका FASTag किसी कारण से काम नहीं करता।

FASTag और नकद भुगतान के अलावा तीसरा विकल्प

अब तक, टोल प्लाज़ा पर केवल FASTag और नकद भुगतान ही उपलब्ध थे। हालाँकि, नकद में टोल भुगतान करने पर दोगुना शुल्क लगता था, जिससे कई वाहन मालिकों को नुकसान होता था। इस समस्या के समाधान के लिए, NHAI ने तीसरे विकल्प के रूप में UPI-आधारित भुगतान शुरू किया है।

इसका मतलब है कि अगर FASTag स्कैन विफल हो जाता है, तो अब आप UPI ऐप के माध्यम से टोल का भुगतान कर सकते हैं। इससे टोल शुल्क दोगुना नहीं लगेगा, बल्कि केवल 25 प्रतिशत अतिरिक्त राशि लगेगी।

UPI भुगतान पर शुल्क

अगर किसी वाहन का सामान्य टोल 100 रूपए है, तो FASTag केवल 100रूपए ही काटेगा। अगर आपका FASTag फेल हो जाता है, तो UPI से भुगतान करने पर आपको 125 रूपए देने होंगे। वहीं, अगर आप नकद भुगतान करते हैं, तो आपको पूरे 200 रूपए देने होंगे। सरकार का मानना ​​है कि इससे नकदी का इस्तेमाल कम होगा और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मिलेगा।

डिजिटल लेनदेन और कैशलेस सिस्टम

सरकार लगातार डिजिटल लेनदेन और कैशलेस सिस्टम को अपनाने पर ज़ोर दे रही है। आँकड़ों के अनुसार, भारत में 98 प्रतिशत टोल भुगतान पहले से ही FASTag के ज़रिए किए जाते हैं। इसके बावजूद, कुछ वाहन अभी भी नकद भुगतान करते हैं, जिससे टोल प्लाज़ा पर समय और संसाधन बर्बाद होते हैं। UPI भुगतान विकल्प जोड़कर, सरकार का उद्देश्य इन वाहन मालिकों को डिजिटल सिस्टम से जोड़ना है।

अधूरे केवाईसी वाले फास्टैग होंगे ब्लॉक

एनएचएआई ने स्पष्ट किया है कि ये बदलाव 15 नवंबर, 2025 से पूरे भारत में लागू हो गये है। कई टोल प्लाजा पर इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है।

अगर आपके फास्टैग का लंबे समय से इस्तेमाल नहीं हुआ है या उसका केवाईसी अधूरा है, तो उसे तुरंत अपडेट करवा लें। एनएचएआई ने स्पष्ट किया है कि अधूरे केवाईसी वाले फास्टैग ब्लॉक कर दिए जाएँगे। आप MyFASTag ऐप या अपने बैंक की वेबसाइट पर जाकर आसानी से अपना केवाईसी और बैलेंस चेक कर सकते हैं।

फास्टैग एक्टिवेशन

अगर आपने अभी तक फास्टैग नहीं खरीदा है, तो आप किसी अधिकृत बैंक, पेटीएम, फोनपे या अमेज़न पे प्लेटफॉर्म से तुरंत खरीद सकते हैं। वाहन नंबर और ओटीपी वेरिफिकेशन दर्ज करने के तुरंत बाद फास्टैग एक्टिवेट हो जाता है। कुछ ही सेकंड में रिचार्ज भी किया जा सकता है।

NHAI की यात्रियों को सलाह

NHAI ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे यात्रा से पहले अपने FASTag बैलेंस की जाँच कर लें। केवल आधिकारिक ऐप या बैंक की वेबसाइट के ज़रिए ही रिचार्ज करें। किसी भी फ़र्ज़ी वेबसाइट या अनजान ऐप के ज़रिए भुगतान करके धोखाधड़ी का शिकार होने से बचें। अगर आपका FASTag बार-बार स्कैन फेल दिखा रहा है, तो उसे तुरंत बदलवाना ही बेहतर है।

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