आज के दिन स्नान और दान का है बड़ा महत्व
Margashirsha Amavasya Upay, (आज समाज), नई दिल्ली: मार्गशीर्ष अमावस्या बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह पितरों की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन स्नान-दान और पूजा-पाठ करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। वहीं, अमावस्या की रात को लेकर कई सारे दुर्लभ उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करने से पितरों की कृपा बरसती है। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल यह 20 नवंबर यानी की आज मनाई जा रही है, तो आइए इस तिथि से जुड़े कुछ प्रमुख उपायों को जानते हैं।
रात में करें ये उपाय
- अमावस्या की रात घर के बाहर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके या अपने घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना चाहिए। दक्षिण दिशा पितरों की दिशा मानी जाती है। दीपक जलाते समय हाथ जोड़कर अपने पितरों का ध्यान करें और मन ही मन ॐ पितृ देवाय नम: का जप करें। ऐसा करने से पितरों की कृपा मिलती है।
- रात को अपने घर की छत पर या बालकनी में एक पात्र में साफ पानी भरकर रखें। सुबह उस पानी को किसी पीपल के पेड़ पर अर्पित कर दें। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- रात में सोने से पहले, अपने पितरों का ध्यान करते हुए गीता के सातवें अध्याय का पाठ करें। ऐसा करने से पितरों को मोक्ष मिलता है। साथ ही कुंडली से पितृ दोष का प्रभाव कम होता है।
- मार्गशीर्ष अमावस्या के अगले दिन या उसी रात गर्म कपड़े, कंबल और अन्न का दान करें। ऐसा कहा जाता है कि कंबल का दान शनि और राहु के अशुभ प्रभाव को कम करता है। साथ ही इससे घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती।
- अमावस्या की शाम पीपल के वृक्ष के पास जाकर जल अर्पित करें और 7 परिक्रमा करें। परिक्रमा के बाद अपनी मनोकामना कहें। माना जाता है कि पीपल में सभी देवी-देवताओं का वास होता है, जिससे सभी संकट दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।