भगवान विष्णु भी होंगे प्रसन्न
Sarva Pitru Amavasya Upaay, (आज समाज), नई दिल्ली: पितृ पक्ष चल रहा है, जिसका समापन कल 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या पर होगा। माना जाता है कि पितृ पक्ष के आखिरी दिन यानी सर्वपितृ अमावस्या पर पितृ पितृलोक को लौट जाते हैं। इस तिथि को पितरों की कृपा प्राप्ति के लिए बहुत ही खास माना गया है। ऐसे में आप सर्वपितृ अमावस्या पर पितरों की कृपा प्राप्ति के लिए तुलसी से जुड़े कुछ खास उपाय कर सकते हैं।
कलावा में 108 गांठ लगाकर तुलसी के गमले में बांधे
सर्वपितृ अमावस्या के दिन पीले रंग का धागा या लाल कलावा लेकर उसमें 108 गांठ लगाएं। इसके बाद इस धागे को तुलसी के गमले में बांध दें और देवी के सुख-समृद्धि की कामना करें। इस उपाय को करने से आपको आर्थिक संकटों से मुक्ति मिल सकती है।
घी का दीपक जलाकर 7 या 11 बार परिक्रमा करें
सर्वपितृ अमावस्या की शाम को तुलसी के पास एक घी का दीपक जलाएं और 7 या फिर 11 बार परिक्रमा करें। इससे साधक पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। साथ ही इस दिन पर आपको पितरों के तर्पण के दौरान तुलसी चालीसा का पाठ करने से भी लाभ मिल सकता है।
इन मंत्रों का करें जाप
- महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
तुलसी गायत्री मंत्र
- ॐ तुलसीदेव्यै च विद्महे, विष्णुप्रियायै च धीमहि, तन्नो वृन्दा प्रचोदयात् ।।
तुलसी स्तुति मंत्र
- देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरै:
नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।। - तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।। - लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
तुलसी नामाष्टक मंत्र
- वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।
पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।। - एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।
य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।
ये भी पढ़ें : महालया से होती है दुर्गा पूजा की शुरूआत, जानें क्यों खास है यह दिन