आज अपना 37वां जन्मदिन मना रहा है भारत का यह धांसू कप्तान

Virat Kohli (आज समाज), खेल डेस्क : विराट कोहली क्रिकेट जगत में एक ऐसा नाम है जिसने न केवल अपनी दमदार बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत में अपनी विशेष पहचान बनाई बल्कि वह एक ऐसे क्रिकेटर के रूप में स्थापित हुए जिनको उनके खेल के साथ-साथ उनकी ऊर्जा और जुनून के लिए भी जाना जाता रहेगा। आज विराट अपना 37वां जन्मदिन मना रहे हैं।

दो दशक के करीब के करियर में उन्होंने न केवल भारत के करोड़ों क्रिकेट प्रशंसकों के दिल में विशेष जगह बनाई बल्कि दुनिया भर में अपने अनगिनत फैन बनाए। विराट कोहली ने अपनी दमदार बल्लेबाजी के बूते 27,000 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाए और 82 शतक जड़े। यह आंकड़े उनके समर्पण और क्लास को बयां करते हैं। कोहली को रन मशीन यूं ही नहीं कहा जाता। जब टीम मुश्किल में होती है, तब विराट का बल्ला सबसे ज्यादा बोलता है। आज हम आपको विराट की ऐसी ही कुछ यादगार पारियों के बारे में बता रहे हैं जिससे वह विराट कोहली से किंग कोहली बने।

एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ 183 रन की पारी

कोहली की सबसे भावनात्मक और जुझारू पारियों में से एक, जिसने हार में भी जीत का अहसास दिया। पाकिस्तान ने 329 रन का लक्ष्य दिया था। विराट कोहली ने पाकिस्तान के गेंदबाजों की लाइन-लेंथ को तहस-नहस कर दिया और 148 गेंदों में 183 रन जड़ दिए। उन्होंने 22 चौके और एक छक्का लगाया। ये पारी न सिर्फ उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ वनडे इनिंग है, बल्कि भारत-पाक मुकाबलों के इतिहास की सबसे आइकॉनिक पारियों में से एक है। कोहली की इस बल्लेबाजी ने भारत को 47वें ओवर में ही जीत दिला दी थी।

टी-20 वर्ल्ड कप में 82 रन की पारी

टी20 विश्व कप 2022 का मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच किसी फाइनल से कम नहीं था। भारत का स्कोर था- 31 पर 4 विकेट, और जीत की उम्मीद लगभग खत्म। लेकिन विराट ने जो किया, वो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं था। उन्होंने 53 गेंदों में नाबाद 82 रन बनाए और भारत को असंभव जीत दिलाई। उनके दो छक्के, खासकर हारिस रऊफ पर लगाया गया बैकफुट छक्का आज भी हर फैन की जुबां पर है। यह पारी सिर्फ रन नहीं, बल्कि हिम्मत और भरोसे का प्रतीक बन गई।

श्रीलंका के खिलाफ 133 रन की नाबाद पारी

28 फरवरी 2012 वह दिन था जब भारत के इस सुपर स्टार खिलाड़ी ने अपनी विशेष पहचान बनाई। यह वह दिन था जब कोहली की पहचान चेज मास्टर के रूप में बनी। इस मैच में भारत को 40 ओवरों में 321 रन का लक्ष्य मिला था, एक नामुमकिन सा दिखने वाला टारगेट। लेकिन विराट ने श्रीलंका के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और सिर्फ 86 गेंदों में 133 नाबाद रन ठोके। उनकी बल्लेबाजी में जो आत्मविश्वास था, उसने उस दिन चेज मास्टर कोहली का जन्म कर दिया। भारत ने यह मैच 36.4 ओवरों में जीत लिया, और कोहली रातोंरात हर भारतीय की धड़कन बन गए।