ऑस्ट्रेलिया के सिडनी बीच पर यहूदी समुदाय पर हुई फायरिंग की निंदा की

Donald Trump (आज समाज), न्यूयॉर्क : ऑस्ट्रेलिया के सिडनी बीच पर हुए यहुदियों पर हमले की पूरी दुनिया में निंदा की जा रही है। गत दिवस जहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विश्व के कई प्रभावशाली नेताओं ने इस हमले की आलोचना करते हुए इसे मानवता के विरुद्ध हमला बताया था वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हनुक्का (यहूदी त्योहार) मनाने वाले लोगों को डरने की जरूरत नहीं है और उन्हें गर्व के साथ जश्न मनाना चाहिए।

यह बात उन्होंने तब कही जब ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच पर यहूदी समुदाय के लोगों को गोलीबारी में निशाना बनाया गया। सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। एक पत्रकार ने ट्रंप से फोन पर बातचीत के बाद उनका संदेश साझा किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का संदेश साफ है कि हनुक्का मनाने वालों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, उन्हें गर्व के साथ जश्न मनाना चाहिए और अपनी पहचान पर गर्व करना चाहिए।

ऑस्ट्रेलिया गोलीबारी में मृतकों की संख्या हुई 16

रविवार शाम बॉन्डी बीच पर हनुक्का के पहले दिन के आयोजन के लिए सैकड़ों लोग जमा हुए थे। इसी दौरान हथियारबंद हमलावरों ने भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। अधिकारियों के मुताबिक यह हमला खास तौर पर यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया। इस हमले में 38 लोग घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर बनी हुई है। न्यू साउथ वेल्स के स्वास्थ्य मंत्री रयान पार्क ने बताया कि रात भर में मृतकों की संख्या 12 से बढ़कर 16 हो गई।

इस हमले की सबसे दर्दनाक बात यह रही कि इसमें एक 12 साल के बच्चे की भी जान चली गई। स्वास्थ्य मंत्री रयान पार्क के अनुसार, तीन अन्य बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों की टीमें घायलों को बचाने की हरसंभव कोशिश कर रही हैं। अधिकारियों ने कहा कि बच्चों के घायल होने से यह हमला और भी ज्यादा अमानवीय और भयावह हो जाता है।

बॉन्डी बीच में दहशत और अफरातफरी

गोलीबारी शुरू होते ही बॉन्डी बीच पर अफरातफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कई लोग अपने परिवार के सदस्यों से बिछुड़ गए। चश्मदीदों के मुताबिक गोलियों की आवाज से पूरा इलाका गूंज उठा। आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। बीच और आसपास के इलाकों को सील कर दिया गया।

इस हमले के बाद ऑस्ट्रेलिया में शोक और गुस्से का माहौल है। सरकार ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई है और दोषियों को सख्त सजा देने का भरोसा दिया है। यह घटना ऐसे समय हुई है जब दुनियाभर में यहूदी समुदाय के खिलाफ हमलों की घटनाएं बढ़ रही हैं। बॉन्डी बीच गोलीकांड को ऑस्ट्रेलिया के इतिहास के सबसे खौफनाक हमलों में से एक माना जा रहा है।

ये भी पढ़ें : Bangladesh accuses India : बांग्लादेश ने फिर लगाए भारत पर आरोप