The Water level Update of Yamuna River Panipat : फिर मंडराया खतरा- बढ़ा यमुना का जलस्तर-चिंता में आए किसान, खतरे के निशान पर न पहुंच जाए पानी
यमुना नदी का बढता जल स्तर।
Aaj Samaj (आज समाज),The Water level Update of Yamuna River Panipat,पानीपत: पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के चलते हथिनी कुंड बैराज पर पानी का दबाव अधिक बढ़ गया। पानी का दबाव बढ़ने के कारण शनिवार सुबह 11 बजे हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा दो लाख 23 हजार क्यूसेक प्रति सेकंड हो गई। जिसके चलते रविवार सुबह तक यमुना खतरे के निशान को पार कर सकती है। जबकि 12 बजे 240832 क्यूसेक, दोपहर 1 बजे 241518 क्यूसेक,2 बजे 251987 क्यूसेक, 3 बजे 242905 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
प्रशासन ने यमुना से सट्टे गांव में कराई मुनादी, किसी प्रकार की समस्या हो तो प्रशासन को करे सूचित
टूटे यमुना बांध को ठीक किए जाने पर निरिक्षण करते एसडीएम समालखा अमित कुमार व अन्य।
रविवार सुबह तक यमुना खतरे के निशान को कर सकती है पार
बता दें कि 11 जुलाई को हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में अधिकतम पानी तीन लाख 20 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकंड डिस्चार्ज किए जाने के बाद यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए 232.20 मीटर पर पहुंच गया था। जिसके बाद क्षेत्र में यमुना की बाढ़ से काफी नुकसान हुआ था। लेकिन बाद में हथिनी कुंड बैराज पर पानी का दबाव कम होता चला गया। वहीं, शनिवार सुबह यमुना का जलस्तर चेतावनी बिंदु से एक मीटर कम 229 मीटर पर दर्ज किया गया। वहीं, पिछले दो दिन से पहाड़ी और मैदानी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते हथिनी कुंड बैराज पर पानी का दबाव बढ़ गया। शनिवार सुबह आठ बजे हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 68357 क्यूसेक, सुबह नौ बजे 147857, सुबह 10:00 बजे 209042 और उसके बाद सुबह 11:00 बजे 223054 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड डिस्चार्ज किया गया। हथिनी कुंड बैराज पर पानी की मात्रा अभी और अधिक बढ़ने की संभावना है, जिसके कारण रविवार सुबह तक यमुना खतरे के निशान को पार कर सकती है।
यमुना बांध पर लगाने के लिए मिट्टी से भरे कट्टों को लेकर जाते मजदूर।
प्रशासन ने गांवों में कराई मुनादी
कानूनगो नरेश कुमार ने बताया कि यमुना में पानी का जलस्तर बढ़ने के कारण जिला उपायुक्त के आदेशानुसार यमुना से सट्टे गांवों में मुनादी करवा दी गई है। जिन गांव के किसानों ने बांध के अंदर पाइप लगा रखी है उसको बंद कर दे, या फिर बांध के ऊपर पहरा दें। ताकि यमुना का जलस्तर बढ़ने पर किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पडें। अगर उक्त मामले में किसी द्वारा लापरवाही बरती गई तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। वही उन्होने बताया कि अगर कोई परेशानी होती है तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें, ताकि समस्या का समाधान किया जा सकें।
तामशाबाद गांव के सामने बांध को मजबूत करती जेसीबी।
दोबारा लगा रहे किसान धान की फसल, फिर लगा डर
यमुना नदी का बांध टूटने के बाध खेतों में कई दिनों तक पानी जमा होने से फसल खराब हो गई थी, लेकिन किसानों ने धान की फसल को लगाना शुरू कर दिया है, लेकिन अब फिर से यमुना का जलस्तर बढ़ने से उन्हें ङ्क्षचता सता रही है कि कहीं दोबारा बांध टूटने से उनकी फसल ना नष्ट हो जाए। एक बार में ही उन्हें भारी नुकसान हो गया है।
नवादा आर व नवादा पर गांव के बीच में दोबारा धान की फसल लगाते किसान।
वर्जन
इस विषय में केंद्रीय जल बोर्ड आयोग के जेई रविन्द्र कुमार का कहना है कि पहाड़ों में बारिश होने के कारण यमुना में पानी का जलस्तर बढ़ गया है। सुबह जल्दी ही पानी पानीपत की सीमा में प्रवेश कर जाएगा।
वर्जन
इस विषय में एसडीएम समालखा अमित कुमार का कहना है कि घबराने की कोई बात नहीं है। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और हर तरह से तैयार है।
नवादा आर गांव के पास यमुना बांध पर पहरा देते ग्रामीण।