सुड़ी द्वारा पत्तियों को खाने से रूक जाता है पौधे का विकास
Millet Crop, (आज समाज), नई दिल्ली: इन दिनों बाजरे की फसल पर सूड़ी का प्रकोप प्रकोप दिखने को मिल रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण सूड़ी की बीमारी पैदा हुई है। अगर समय रहते इस बीमारी का इलाज नहीं किया जाता तो बाजरा उत्पादक किसानों कों भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस समय जो सुड़ी पैदा हुई है। वह बालों वाली है। जुलाई और अगस्त के महीने इस सूड़ी का प्रकोप ज्यादा बढ़ जाता है।
ये सुंडी पौधे की पत्तियों को खाकर उन्हें नुकसान पहुंचाती है, जिससे पौधों का विकास रुक जाता है। ऐसे में अगर किसान इस कीट का प्रबंधन न करें, तो पूरी फसल चौपट हो सकती है। गौरतलब है कि बाजरे की खेती खरीफ की फसल के रूप में की जाती है। बाजरे की फसल कम खर्च में अधिक उत्पादन देने वाली फसल है, जिसका इस्तेमाल खाने और पशुओं के चारे के अलावा और भी कई तरह से किया जाता है। ऐसे में आज हम बताएंगे बचाव के आसान उपाय।
कैसे करें बाल वाली सुड़ी की पहचान
बालों वाली सुंडी फसलों को नुकसान पहुंचाने वाला एक कीट है, जिसकी पहचान पौधों की पत्तियों पर छोटे-छोटे छेद और जालीदार पत्तो से की जा सकती है। इसके अलावा, पत्तियों का रंग पीला या भूरा होना और फिर सूख जाना भी इसके संक्रमण का संकेत है। बालों वाली सूंडिया पत्तों पर अकेली घूमती हैं और पत्तों को खाती रहती हैं। इसलिए समय रहते बाजरे को इन सूंडियों से नहीं बचाया जाए तो पूरी की पूरी फसल चौपट हो सकती है।
फसल बचाने के ये हैं उपाय
बाल वाली सुंडी की रोकथाम के लिए खेत में खरपतवार न पनपने दें। वहीं, फसल में रोग दिखाई देने पर पौधों पर क्विनलफास या मोनोक्रोटोफास की 250 मिलीलीटर मात्रा को प्रति एकड़ के हिसाब से पानी में मिलाकर छिड़काव करें। इसके अलावा नीम के तेल या सर्फ को पानी में मिलाकर उसका छिड़काव भी किया जा सकता है। इन उपायों को अपनाकर आप बाजरे की फसल को बाल वाली सुंडी से बचा सकते हैं।
फसल बचाने के अन्य उपाय
- बालों वाली सूंडियों के पतंगे रोशनी की तरफ आकर्षित होते हैं। इसलिए बारिश के बाद एक महीने तक लाइट ट्रैप का इस्तेमाल करें।
- खेतों के आसपास खरपतवार न जमा होने दें क्योंकि उस पर कीड़े अंडे देते हैं और वहीं से कीड़े पनप कर फसलों पर जाते हैं।
- पत्तों को सूंडियों सहित तोड़ लें और ऐसे पत्तों को जमीन में गहरा दबा दें या मिट्टी के तेल के घोल में डालकर मार दें।
- बड़ी सूंडियों को कुचलकर नष्ट कर दें अन्यथा मिट्टी के तेल के घोल में डालकर नष्ट कर दें।
- बालों वाली सूंडियों की निगरानी के लिए प्रति एकड़ में 5 फेरोमोन ट्रैप लगाएं।
- आक्रमण दिखते ही गोभ में सूखी रेत और चूने का 9:1 मिश्रण डालें।
- इसके अलावा एक सप्ताह पर ढ़ाई ट्राइको कार्ड, जिसमें 50000 परजीवीकृत अंडे हों, पौधों पर लगाएं।