Charkhi Dadri News(आज समाज नेटवर्क) बाढड़ा। भाई बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है भैया दूज का पर्व यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कादमा-झोझूकलां शाखा के तत्वावधान में झोझूकलां, कादमा व रामबास में भाई दूज के पावन पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने व्यक्त किए। इस दौरान ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा भाईयों के मस्तक पर तिलक लगाते हुए उनके स्वस्थ जीवन व सुखी भविष्य की कामना की गई। ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने कहा कि हमारा हर एक त्यौहार अपने आप में अमूल्य व रिश्तो की मिठास से भरा है। भारतीय संस्कृति की परंपराए व विरासत अपने आप में सृष्टि के अनेक सूत्रों को समाहित करते हुए हमे सिखाती है कि मानवता व आपसी सौहार्द से बढकर इस जीवन में कुछ नहीं है।

एक भाई का अपनी बहन के प्रति सम्मान व हर हाल में उसे दुखों से दूर रखने के लिए लिया गया संकल्प है

झोझूकलां सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने कहा कि परमात्मा की असीम कृपा भी उसी पर बरसती है जो कि रिश्तो की महता को जानता है, इन्हें निभाने के लिए सच्चे हृदय से तत्पर रहता है। भैया दूज का यह एक तिलक मात्र नहीं है बल्कि यह तो एक बहन का अपने भाई के प्रति असीम लगाव है। एक भाई का अपनी बहन के प्रति सम्मान व हर हाल में उसे दुखों से दूर रखने के लिए लिया गया संकल्प है।

ब्रह्माकुमारी नीलम बहन ने रामबास में कहा कि यह पावन पर्व रूहानी स्नेह का प्रतीक सबको आत्मिक स्मृति की याद दिलाता है। पावन सम्बन्ध बहन भाई का, पवित्रता का प्रतीक आत्मिक तिलक लगा कर पावन विचारों में रहने की प्रेरणा देता है। जब तक विचारों में पवित्रता है तब तक जीवन में सुख-शांति का अनुभव होता रहता है। आओ अब कर्म करते हुए, सम्बन्ध सम्पर्क में आते हुए, इस पावन पर्व को जीवन में सार्थक करें, अशुद्ध, नकारात्मक विचारों को नष्ट करके ही सुखमय जीवन का आनंद ले सकते है। सैकड़ों भाई बहनों ने आत्म स्मृति का तिलक लगवा जीवन में दिव्य गुण धारण कर समाज को मूल्य निष्ठ बनाने का संकल्प लिया।

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