Chandigarh News(आज समाज नेटवर्क)चंडीगढ़। चंडीगढ़ में नक्शा पायलट प्रोग्राम की प्रगति की समीक्षा हेतु आज बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता श्री निशांत कुमार यादव, उपायुक्त, चंडीगढ़ ने की। बैठक में सर्वे ऑफ इंडिया, नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर , नगर निगम चंडीगढ़ मध्य प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (वीसी के माध्यम से) तथा राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई नक्शा, चंडीगढ़ के अधिकारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।समीक्षा के दौरान बताया गया कि पायलट प्रोजेक्ट में पाँच गाँव—बुरैल, अटावा, कजहेड़ी, पलसौरा और सारंगपुर—तथा 15 सेक्टर (सेक्टर 2 से 17) शामिल हैं। यह भी अवगत कराया गया कि ड्रोन सर्वे पूर्ण हो चुका है तथा संपत्तियों की फील्ड वेरिफिकेशन 20 सितम्बर 2025 से प्रारंभ होगी। इसके लिए पाँच-पाँच सदस्यों वाली 20 सर्वे टीमों का गठन किया गया है, जो यह कार्य व्यवस्थित एवं समयबद्ध तरीके से संपन्न करेंगी।

उपायुक्त ने इन गाँवों के लाल डोरा क्षेत्रों में संपत्तियों के रिकॉर्ड ऑफ राइट्स तैयार करने की प्रगति की भी समीक्षा की, जिसके अंतर्गत सभी संपत्ति अभिलेखों का एकीकरण कर अर्बन प्रॉपर्टी कार्ड जारी किए जाएंगे। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि फील्ड डेटा संकलन के लिए तैनात सर्वेयरों को पर्याप्त प्रशिक्षण अवश्य प्रदान किया जाए, ताकि कार्य की शुद्धता और दक्षता सुनिश्चित हो सके।बैठक का समापन करते हुए उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों को प्रत्येक चरण की निर्धारित समय सीमा का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने एसपी एमयू को सभी क्रियान्वयन एजेंसियों के बीच समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए, ताकि कार्यक्रम का सुचारू और प्रभावी निष्पादन सुनिश्चित हो सके।

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