ED Raids In Hyderabad, नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भेड़ पालन अनियमितताओं (sheep-rearing irregularities) के मामले में आज हैदराबाद में आठ जगह छापे की कार्रवाई की। सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसी कर्मचारी योजना के उन बिचौलियों (middlemen) व लाभार्थियों (beneficiaries) के परिसरों में तलाशी कर रहे हैं जिनकी पहचान धन के लेन-देन के आधार पर की गई है। प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकियों के आधार पर यह जांच की जा रही है।
सरकार को सैकड़ों करोड़ रुपए का नुकसान
सूत्रों ने बताया कि पूर्व बीआरएस मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव के ओएसडी जी कल्याण के अलावा, घोटाले में शामिल लाभार्थियों व कथित बिचौलियों से संबंधित धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत सिटी में 8 स्थानों पर तलाशी ली जा रही है। कैग (CAG) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भेड़ पालन अनियमितताओं के मामले में सरकार को सैकड़ों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। हालांकि, ईडी ने पाया है कि प्राथमिकियों में बताई गई अपराध की आय केवल 2.1 करोड़ थी।
ईडी ने उपलब्ध करवाई है एक अहम जानकारी
सूत्रों ने बताया है कि ईडी ने एक अहम जानकारी उपलब्ध करवाई जिससे भेड़ वितरण योजना में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का शक है। ईडी के सूत्रों का कहना है कि मार्च, 2021 को समाप्त अवधि के लिए कैग की आडिट रिपोर्ट में प्रमुख भेड़ पालन विकास योजना (एसआरडीएस) के कार्यान्वयन में कई अनियमितताएं सामने आई हैं। सूत्रों के मुताबिक इन अनियमितताओं में परिवहन चालान, लाभार्थीवार डिटेल का रखरखाव न करना और भुगतान से रिलेट्ड चालानों का अनुचित रिकॉर्ड व नकली/यात्री वाहन/गैर-परिवहन वाहन पंजीकरण संख्या वाले चालानों के विरुद्ध भुगतान शामिल हैं।
सरकार को अनुमान के तौर पर 253.93 करोड़ का नुकसान
अनियमितताओं में मृत अथवा अस्तित्वहीन लोगों को आवंटित भेड़ इकाइयां और भेड़ इकाइयों को आवंटित डुप्लिकेट टैग वगैरह शामिल हैं। ईडी की टीम इस सिलसिले में जांच कर रही है। सीएजी की आडिट रिपोर्ट तेलंगाना के 33 में से केवल 7 जिलों तक सीमित है। इन 7 जिलों में सरकार को अनुमान के तौर पर 253.93 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। हालांकि, पूरे तेलंगाना के सभी 33 जिलों के लिए आनुपातिक आधार पर यह नुकसान 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा होने का अनुमान है।
यह भी पढ़ें : ED Raids: निवेशकों से 2,700 करोड़ के फ्रॉड को लेकर गुजरात व राजस्थान में ईडी के छापे