अमेरिकी राष्ट्रपति ने कोर्ट में दाखिल की गई याचिका में दी सफाई
US Tariff on India (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अमेरिकी राष्ट्रपति ने जब से भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लागू किया है तभी से वे इसे जायज ठहराने के लिए अलग-अलग बयान दे रहे हैं। अब ट्रंप ने अदालत में यह कहा है कि उन्होंने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए भारत पर भारी भरकम टैरिफ लगाए हैं। ज्ञात रहे कि भारत पर 50% टैरिफ लगाने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए हैं। भारत समेत बाकी देशों पर हाई टैरिफ लगाने के मामला की सुनवाई कोर्ट में चल रही है।
कोर्ट में ट्रंप ने यह सफाई दी
ट्रंप ने कोर्ट में भारत पर टैरिफ लगाने को जरूरी बताया था। उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो अमेरिका को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान होगा। ट्रंप ने इससे पहले 4 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में एक अपील दायर की थी। इसमें उन्होंने निचली अदालत के उस फैसले को चुनौती दी, जिसमें कहा गया था कि ट्रम्प विदेशी सामान पर भारी टैरिफ नहीं लगा सकते। ट्रंप ने कहा था कि भारत पर लगाए गए टैरिफ रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए बहुत जरूरी हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी कि भारत पर रूसी तेल खरीदने के लिए टैरिफ लगाया गया, ताकि युद्ध खत्म करने में मदद मिले।
कहा, निचली अदालत के फैसले से हो सकता है नुकसान
ट्रंप ने कहा कि निचली अदालत का फैसला उनकी पिछले 5 महीनों की व्यापारिक बातचीत को मुश्किल में डाल सकता है। इससे यूरोपीय यूनियन, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ हुए समझौते खतरे में पड़ सकते हैं। वहीं, छोटे कारोबारियों के वकील जेफ्री श्वाब ने कहा कि ट्रम्प के ये टैरिफ छोटे व्यवसायों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वे जल्दी फैसले की उम्मीद कर रहे हैं।
अपीलीय अदालत ने यह फैसला सुनाया था
इससे पहले अमेरिका की एक अपील कोर्ट ने ट्रंप के ज्यादातर टैरिफ को गैर कानूनी बताया था। कोर्ट ने कहा था कि ट्रंप ने इन टैरिफ को लागू करने के लिए जिस कानून का सहारा लिया, वह उन्हें यह अधिकार नहीं देता। कोर्ट ने कहा कि ट्रंप के पास हर आयात पर टैरिफ लगाने की असीमित शक्ति नहीं है। हालांकि, कोर्ट ने इस फैसले को अक्टूबर तक लागू करने से रोक दिया, ताकि ट्रंप सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सके।
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