पुलिस पूछताछ और फोन चैट से हुए थे स्वामी के काले कारनामे उजागर

Delhi Crime News (आज समाज), नई दिल्ली : छात्राओं से अश्लील हरकतें और अन्य गंभीर अपराधों के आरोप का सामना कर रहे स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आपको बता दें कि चैतन्यानंद का पुलिस रिमांड तीन अक्टूबर को समाप्त हो गया इसके बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया और आगामी पूछताछ के लिएपुलिस ने उसकी 14 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी जिस पर कोर्ट ने मंजूरी दे दी। आरोपी स्वामी के खिलाफ जालसाजी और फर्जी नंबर प्लेट लगाने के दो अलग-अलग मामले दर्ज हैं। फिलहाल दिल्ली पुलिस आरोपी स्वामी से पूछताछ कर रही है।

27 सितंबर को आगरा से किया गया था गिरफ्तार

दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट आॅफ इंडियन मैनेजमेंट-रिसर्च में 17 छात्राओं के साथ छेड़छाड़ के आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी को दिल्ली पुलिस ने 27 सितंबर की रात आगरा से गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी स्वामी चैतन्यानंद को आगरा, यूपी के होटल फर्स्ट ताजगं से गिरफ्तार किया गया था। चैतन्यानंद पर कई छात्राओं के यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप हैं।

छात्राओं को देता था महंगे गिफ्ट और कपड़े

आरोपी से पूछताछ के दौरान जो खुलासे दिल्ली पुलिस ने किए हैं उससे एक तरफ जहां उसके काले कारनामों का चिट्ठा खुल रहा है वहीं लोग उसकी सच्चाई जानकर हैरान हो रहे हैं। पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि आरोपी छात्राओं को महंगे गिफ्ट भी देता था। उसने छात्राओं को महंगे कपड़े व गहने दिलवाए हैं। वह परफ्यूम भी गिफ्ट में देता था। इतना ही नहीं उसके आश्रम से सेक्स टॉय, अश्लील सामग्री और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी बड़ी मात्रा में बरामद हुई है।

मोबाइल चैट से हुए हैरानी जनक खुलासे

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार आरोपी के एक मोबाइल को रिट्रीव कराया गया था। उस मोबाइल से छात्राओं के साथ अश्लील चैट की 1000 से ज्यादा चैट मिली हैं। एक चैट में वह पीड़ित छात्रा से पूछ रहा है कि… वह उससे क्यों नाराज है। आरोपी छात्राओं को हर रोज गुड मॉर्निंग के मैसेज भेजता था। एक चैट में वह एक छात्रा को बेटी भी कह रहा है। एक चैट में वह एक छात्रा को कहता है कि वह उसके पास सोने नहीं आई।

चैतन्यानंद के खिलाफ अब तक इतनी प्राथमिकी दर्ज

चैतन्यानंद के खिलाफ अब तक 5 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी हैं। इनमें से 2 एफआईआर पुरानी है। एक एफआईआर 2009 और दूसरी 2016 की है, जबकि तीसरी प्राथमिकी मठ में धोखाधड़ी, चौथी छात्राओं के साथ छेड़छाड़, और पांचवीं प्राथमिकी फर्जी डिप्लोमैट नंबर प्लेट की है। चैतन्यानंद लाल गाड़ी में बार-बार नंबर प्लेट बदलता रहता था। सभी नंबर प्लेट पर यूएन लिखा रहता है, बस नंबर प्लेट पर डिजिट बदल दी जाती थी। स्वामी चैतन्यानंद के खिलाफ 17 में से 16 लड़कियों के बयान कोर्ट में दर्ज किए गए हैं। जिसमें पता लगा है कि स्वामी लड़कियों को ब्लैकमेल कर रहा था और उन्हें धमकाता भी था।

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