बठिंडा की एनआरआई नातिन ने कोरोना मरीजों के लिए भेजी आर्थिक सहायता राशि  

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barnala NRI
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खुद किताब लिखी, मॉल में दुकान किराए पर लेकर किताबें बेची और एक महीने का प्रॉफिट 700 डॉलर कर दिया बठिंडा की संस्था को भेंट।

अखिलेश बंसल, बरनाला/ बठिंडा:

अमेरिका के शहर न्यू जर्सी में रहने वाले लक्ष्मीकांत गर्ग तथा बठिंडा की मूलनिवासी रजनी गर्ग की 16 वर्षीय बेटी डारिसी गर्ग ने समाजसेवा के क्षेत्र में ऐसी मिसाल पेश की है कि हर तरह डारिसी की प्रशंसा हो रही है। बठिंडा की एनआरआई नातिन ने कोराना मरीजों के लिए बठिंडा की एक समाजसेवी संस्था को 700 डॉलर आर्थिक सहायता राशि भेजी है। डारिसी गर्ग जो न्यू जर्सी में 11वीं की छात्रा है तथा डारिसी ने सह-लेखिका के तौर पर एक किताब  “A Nightmare on December 23rd” लिखी तथा किताबों को बेचने के लिए न्यू जर्सी सिटी के एक मॉल में एक काउंटर किराए पर लिया। किताबों को बेच कर एक महीने का प्रॉफिट 700 डॉलर एकत्रित किया। जिसे डारिसी गर्ग ने बठिंडा की समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी को भेंट कर दिए।

गौर हो कि बठिंडा की संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी पिछले काफी समय से कोरोना महामारी में अपनी अहम सेवाएं प्रदान करके लोगों की भलाई में जुटी हुई है। डारिसी ने कहा कि चाहे वह तथा उसका परिवार कई सालों से अमेरिका में बस चुके हैं लेकिन अब भी सारे परिवार का मन अपने देश तथा देश के लोगों के लिए धडकता है। डारिसी ने बताया कि वह भी कोरोना पीड़ितों के लिए सहयोग करना चाहती थी। तो ऐसे में नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा की सेवाओं से वो अत्यंत प्रभावित हुई तथा संस्था को एक महीने का प्रॉफिट 700 डॉलर इकट्ठा किए।

डारिसी गर्ग की ओर से भेजी गई सहायता राशि बठिंडा में रहते उसके नाना चरणदास संस्था अध्यक्ष सोनू माहेश्वरी के पास पहुंचे। इस मौके पर संस्था के सदस्यों अमन सिंगला के अलावा दीपक सिंगला ने इस बेमिसाल सेवा के लिए डारिसी तथा उसके परिवार का तहे दिल से आभार प्रकट किया।

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