Homeहरियाणापानीपतअब मंगलवार 6 दिसंबर को होगा दंगल : नवीन जयहिन्द

अब मंगलवार 6 दिसंबर को होगा दंगल : नवीन जयहिन्द

  • 3 को एचटीईटी और एसटीईटी के एग्जाम को देखते हुए बदली दंगल की तारीख सीईटी के परीक्षार्थी व खिलाड़ी खेल कोटा के समर्थन में 6  दिसंबर को 11 बजे पहुंचे मानसरोवर पार्क
  • खेल कोटा जयहिंद ने सीएम को दिखाया सोटा
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। मंगलवार नवीन जयहिन्द प्रेसवार्ता करने पानीपत पहुंचे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि इस सरकार, खेल मंत्री व मुख़्यमंत्री ने लाखों बेरोजगारों व खिलाड़ियों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। सरकार द्वारा जारी एक नोटिफिकेशन के मुताबीक खिलाड़ियों का 3 प्रतिशत कोटा ग्रुप ‘सी’ की भर्ती के लिए केवल (ग्रह विभाग, खेल और युवा मामले विभाग, स्कूली शिक्षा विभाग और प्रारंभिक शिक्षा विभाग) में लागू रहेगा। जयहिन्द ने मुख़्यमंत्री को सोटा दिखाते हुए को चेतावनी दी है कि सरकार मेहनती खिलाड़ियों का कोटा वापिस करे। जयहिंद ने सरकार और नेताओ को ललकारते हुए कहा है की दम हो तो वो खुद सीईटी क्वालीफाई कर के दिखाए।

बीजेपी राज्यकार्यालय के बाहर इनामी दंगल करेंगे

जयहिंद ने सरकार को अपनी गलती को सुधारने का मौका देते हुए कहा है कि यदि 6 दिसंबर तक सरकार इस फैसले पर अमल नहीं करती है तो 6 दिसंबर को रोहतक स्थित मानसरोवर पार्क में सुबह 11 बजे पूरे हरियाणा के खिलाड़ियों के साथ एकत्रित होंगे व रोहतक स्थित बीजेपी राज्यकार्यालय के बाहर इनामी दंगल करेंगे। साथ ही जयहिन्द ने सीईटी के परीक्षार्थियों व् खिलाड़ियों से अपील की है कि वे सभी बच्चे व खिलाड़ी अपने-अपने खेल का सामान जैसे हॉकी, बैट-बॉल, रैकेट, मुदगर इत्यादि लेकर मंगलवार 6 दिसंबर को सुबह 11 बजे मानसरोवर पार्क पहुंचे।

अगर सरकार एक हजार वेकैंसी निकालती है तो ये चार गुणा भर्ती लेंगे

जयहिन्द ने सीईटी के पेपर के बारे में बताते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने कहा था कि सीईटी क़वालीफाई होगा और अब सरकार कह रही है कि सीईटी पास करने वालो को हम मैरिट लिस्ट के हिसाब से केवल चार गुणा ही लेंगे। इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते है कि अगर सरकार एक हजार वेकैंसी निकालती है तो ये चार गुणा भर्ती लेंगे। मान लीजिये अगर पांच लाख बच्चे परीक्षा में उत्तीर्ण होते है तो सिर्फ चार गुणा का मतलब है कि केवल चार हजार बच्चो की ही भर्ती होगी बाकी बचे चार लाख छियानबे हजार बच्चों का क्या।

बचे तीन हजार बच्चे कहाँ जाएंगे

उत्तीर्ण हुए चार हजार बच्चो में से भी सिर्फ एक हजार बच्चो को ही नौकरी मिलेगी और फिर से बचे तीन हजार बच्चे कहाँ जाएंगे। तीन साल बाद बड़ी मुश्किल से सरकार ने यह पेपर आयोजित करवाया है। जिसके बाद भी सीईटी परीक्षा देने वाले बच्चो को परेशान होना पड़ रहा है और अब खिलाड़ियों से सरकार उनका खेल का कोटा छीन रही है। जयहिन्द ने ध्यान दिलाते हुए कहा कि करीब छ महीने पहले सरकार ने खिलाड़ियों का खेल कोटा खत्म कर दिया था। जिसके बाद हमने सोटा उठाया, लेकिन जैसे ही सरकार को एक बड़े आंदोलन का आभास हुआ तो सोटे के डर से सरकार ने खिलाड़ियों का 3 प्रतिशत खेल कोटा वापिस से बहाल कर दिया था।

सरकार का गुणगान करते हुए खिलाड़ियों को छला

जयहिन्द ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को हिटलर बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल प्रदेश के ग्यारह लाख बेरोजगार युवाओं के साथ हिटलर जैसा रवैया अपना रहे है। साथ ही जयहिन्द ने मुख्यमंत्री को इदायत देते हुए कहा कि मर्द अपनी जुबान का पक्का होता है सिर्फ मूछ रखने से कोई मर्द नही बनाता। जयहिन्द ने सबूत दिखाते हुए बताया कि मुख़्यमंत्री मनोहर लाल, खेल मंत्री संदीप सिंह व आईपीएस पंकज कितने झूठे है। जिन्होंने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार का गुणगान करते हुए खिलाड़ियों को छला है।
80 विभागों को केवल 3 विभागो तक सीमित कर दिया
पहले तो इन्होंने खिलाड़ियों का 3 प्रतिशत कोटा बहाल करने का प्रचार किया, जिसकी इन्होंने प्रदेशभर के अखबारों में भी खबर निकलवाई और फिर खिलाड़ियों के साथ छल करते हुए कोटे को 80 विभागों को केवल 3 विभागों तक सीमित कर दिया। जयहिंद ने मांग उठाई है की हरियाणा खेल मंत्री संदीप सिंह को तो इस्तीफा देना चाहिए, क्योंकि खुद एक खिलाड़ी होते हुए वो खिलाड़ियों को भी न्याय नहीं दिला पा रहे है। जयहिंद ने सरकार से यह भी मेंशन किया है की अगर सरकार  50 हजार नौकरियां निकालती है तो 3 प्रतिशत के हिसाब से लगभग  1700 खिलाड़ियों को नौकरी दी जाएगी, लेकिन क्या सरकार केवल 3 विभागो के अंदर ही इतने खिलाड़ियों को नौकरी देने में सक्षम है ?
हम सभी डॉक्टरों की मांगों के समर्थन में है
जयहिन्द ने एमबीबीएस छात्रों की बॉन्ड पॉलिसी का जिक्र करते हुए बताया कि पूरे हरियाणा में डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हुए है। हम सभी डॉक्टरों की मांगों के समर्थन में है और हम पहले भी इस पॉलिसी के खिलाफ आवाज उठा चुके है। हमने पहले भी यही कहा था और आज भी यही कह रहे है अगर सरकार के पास डॉक्टरों को पढ़ाने व उनको ट्रेनिंग देने के लिए पैसे नही है तो मुख़्यमंत्री जी अपने सभी विधायकों और सांसदों को लेकर कटोरा उठा लें, ताकि डॉक्टरों की पढ़ाई व ट्रेनिंग के लिए पैसे इकठ्ठे कर सकें। इस मौके पर शोएब आलम, राम रतन शर्मा, डॉ. ओमनारायण पंडित, अनिल हिंदुस्तानी, विनोद बीबियान, रामचंद्र आलूपुर, नवीन शर्मा, आदि मौजूद रहे।
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