Government should make fake liquor case call records public – Harpal Cheema: नकली शराब मामले के दोषियों और कांग्रेसी विधायकों की कॉल रिकार्ड सार्वजनिक करे सरकार -हरपाल चीमा

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राजपुरा,  पंजाब में बिना किसी रोक-टोक से चल रही नकली शराब की फैक्टरियां और इसके साथ हो रही मौतें पर आम आदमी पार्टी ने आज प्रदेश की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार को आड़े हाथों लेते इस मामले के दोषियों और कांग्रेस के राजपुरा से विधायक हरदयाल सिंह कम्बोज और घनौर से विधायक ठेकेदार मदन लाल जलालपुर के कॉल रिकार्ड जनतक करने की मांग की।
राजपुरा में पत्रकारों को संबोधन करते हुए आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा, प्रदेश महा सचिव हरचंद सिंह बरसट और प्रदेश खज़़ांची नीना मित्तल ने दोष लगाया कि कांग्रेस के मंत्री और विधायक ही प्रदेश में नशा तस्करी और नकली शराब के धंधे को चला रहे हैं। जिस कारण दोषियों के हौंसले बुलंद हैं। उन्होंने इस मामले की जांच ईडी या सीबीआई को सौंप कर दूध का दूध और पानी का पानी करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि इस केस में पुलिस आधिकारियों को कारण बताओ नोटिस सरकार की ओर से आम लोगों की आंखों में धूल झोंकने वाली कार्रवाई है, जिससे कुछ भी बदलने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि कॉॉन्गरेेस विधायकों की ओर से लगाए दोषों से सिद्ध होता है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शराब माफीए को दी छूट के कारण ही माझा मे 128 व्यक्तियों की मौत हो गई थी, जिस के दोषियों को अभी तक कोई सजा नहीं मिली। यदि ऐसे माफीए के खिलाफ कोई सख्त कख्र्रवाई न की गई तो पंजाब में फिर से ऐसी घटनाएं होने का खतरा बना रहेगा। इससे पहले भी समय समय पर कांग्रेस के कई विधायकों ने प्रदेश में नशे के माफीए को रोक पाने में असफल रहने पर कैप्टन सरकार में नुक्ताचीनी की है।
कांग्रेस के दो विधायकों की ओर से अपनी ही सरकार के एक्साइज़ और पुलिस विभाग पर उठाए  सवालों ने साबित कर दिया है कि इस लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ही सीधे तौर पर जि़म्मेदार हैं। हलका घनौर और राजपुरा से कांग्रेसी विधायकों ने यह स्पष्ट कर दिया कि नकली शराब की फैक्टरियां चलाने के मामले में दोषियों को बचाने के लिए राजनैतिक संरक्षण के अधीन एक्साइज़ विभाग और पुलिस विभाग जिम्मेदार हैं। यह दोनों विभाग ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास हैं।
‘आप’ नेताओं ने कहा कि पिछली अकाली-भाजपा सरकार की तरह ही आज भी नशा सरेआम बेचा जा रहा है। चुनाव से पहले स्टेजों पर बड़े बड़े वायदे करने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह अब सरकार के कामकाज में कोई भी रूचि नहीं दिखा रहे। जिस कारण प्रदेश में हर तरह का माफिया फल-फूल रहा है। पंजाब के लोगों को कैप्टन अमरिंदर सिंह से बहुत उम्मीदें थी, परंतु उन्होंने पंजाब के लोगों के साथ गद्दारी की है। यदि कैप्टन अमरिंदर ने शराब माफीए का पिछा छोड़ते हुए दोषियों को सख्त सजाएं न दी तो आम आदमी पार्टी आने वाले समय में संघर्ष शुरु करेगी।
इस से पहले भी हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब के राज्यपाल को पत्र लिख कर इस मामले में कार्रवाई  के लिए कहा था। अपने पत्र में चीमा ने कहा था कि पिछले लम्बे समय से पंजाब में नकली शराब का कारोबार जोरों पर चल रहा है और हर बार इस का संबंध किसी न किसी कांग्रेसी नेता के साथ ही निकलता है। पिछले लम्बे समय से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के जिला पटियाला में चलती नाजायज शराब की फैक्टरियां पुलिस की ओर से पकड़ी गई हैं और सभी फैक्टरियों के दोषी कांग्रेस के वर्कर हैं और राजपुरा से विधायक हरदयाल कम्बोज घनौर के विधायक मदन लाल जलालपुर के साथ नजदीकी संबंध हैं।
पिछले दिनों राजपुरा से पकड़ी गई नाजायज शराब फैक्टरी के दोषी दिपेश कुमार ग्रोवर को इससे पहले मई में शंभू में एक नाजायज शराब फैक्टरी चलाने के दोष में गिरफ़्तार किया गया था। दीपेश 2 महीने पहले ही ज़मानत पर आने के बाद कांग्रेसी विधायकों और उनके पारिवारिक सदस्यों के साथ जनतक तौर पर देखा गया। शराब के धंधे में शामिल इन दोषियों ने राजपुरा और घनौर के विधायकों की सरपरस्ती में फिर से अपना नकली शराब का धंधा शुरू कर दिया।
इस मौके गुरप्रीत सिंह संधू, इस्लाम अली, कुलवंत सिंह, गुरजंट धमोली, हरप्रीत सिंह धमूली, कुलदीप सिंह, सुखविन्दर सिंह, अमन सैनी, नवतेज सिंह प्रिंस, अंग्रेज सिंह, हरीश नरूला, राजिन्दर मोहन उपस्थित थे।

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