पाकिस्तानी जासूस के संपर्क में थे वांगचुक, पाकिस्तान न्यूजपेपर डॉन के कार्यक्रम में भी हुए थे शामिल

Ladakh Violence Case Update (आज समाज), लद्दाख : लद्दाख में गत मंगलवार को हिंसा फैलने के कारण गिरफ्तार किए गए सोनम वांगचुक के बारे में जुड़ी कई अहम जानकारियां सामने आ रहीं हैं। वांगचुक संबंधी ताजा जानकारी यह सामने आई है कि वे पाकिस्तानी जासूस के संपर्क में थे। ज्ञात रहे कि बीते शुक्रवार को पुलिस ने उन्हें हिंसा भड़काने के मामले में गिरफ्तार किया था। सोनम वांगचुक पर एनएसए लगाने के बाद पुलिस अब उनके पाकिस्तान और बांग्लादेश से संबंधों की जांच करेगी।

लद्दाख के डीजीपी एसडी सिंह जामवाल नेकहा कि हमने कुछ दिन पहले पाकिस्तान इंटेलीजेंस आॅपरेटिव के एक सदस्य को पकड़ा था। वह वांगचुक से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था। यही नहीं वांगचुक पाकिस्तान के न्यूजपेपर डॉन के एक इवेंट कार्यक्रम में शामिल भी हुए थे। इसके अलावा वे बांग्लादेश भी जा चुके हैं। उधर हिंसा को लेकर डीजीपी ने कहा कि, हमने सेल्फ डिफेंस में फायरिंग की, नहीं तो पूरा लेह जल जाता।

राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद हैं वांगचुक

लेह में इसी हफ्ते हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद गिरफ्तार किए गए प्रसिद्ध जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को राजस्थान की जोधपुर जेल भेज दिया गया है। लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल करने व पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर सोनम वांगचुक लेह में अनशन पर बैठे थे। प्रदर्शन की अगुवाई सोनम कर रहे थे और उनके समर्थन में कुछ और लोग भी भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (रासुका) के तहत उन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया था।

हिंसक प्रदर्शनों में मंगलवार को हो गई थी 4 लोगों की मौत

मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने बंद का आह्वान किया और इस दौरान हिंसा भड़क गई। प्रदर्शन में शामिल होगों ने पुलिस वाहन तोड़ दिए, पथराव किया व कुछ वाहनों को आग लगा दी। भाजपा का दफ्तर भी फूंक दिया था। बिगड़ी स्थिति को देखते हुए पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी और इस दौरान 4 लोगों क मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे।

लद्दाख डीआईपीआर ने की जोधपुर स्थानांतरित करने की पुष्टि

लद्दाख के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय (डीआईपीआर) ने आज एक बयान जारी कर सोनम वांगचुक को राजस्थान के जोधपुर जेल में शिफ्ट करने की पुष्टि की और उनकी गिरफ्तारी को रासुका के तहत सही ठहराया। अधिकारियों ने कहा, कई बार देखा गया है कि वांगचुक राज्य की सुरक्षा के लिए हानिकारक और शांति एवं कानून व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाली तथा समुदाय के लिए आवश्यक सेवाओं को बाधित करने वाली गतिविधियों में शामिल रहा है।

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