सर्दी की जद में आया उत्तर भारत, आज से और भी कम होगा पारा
Weather Update Today (आज समाज), नई दिल्ली : एक नए पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते पहाड़ों में जहां बारिश और बर्फबारी का दौर शुरू है। वहीं तेज व ठंडी उत्तरी-पश्चिमी हवाओं ने मैदानों को भी ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। उत्तर भारत के लगभग सभी प्रदेशों में तापमान में कमी रिकॉर्ड की गई है। वहीं भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि आज यानी मंगलवार से उत्तर भारत के पहाड़ी व मैदानी राज्यों में पारा और भी कम होगा। मौसम में यह परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ और जेट स्ट्रीम यानी वायुमंडल की ऊपरी परत में चलने वाली तेज हवाओं ने मौसम के मिजाज को पूरी तरह बदल दिया है।
केदारनाथ में -13 डिग्री पहुंचा तापमान
उत्तराखंड के केदारनाथ के ऊंचाई वाले पहाड़ों पर बर्फबारी से पारा गिरकर -13 डिग्री पर पहुंच गया है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, औली, मुनस्यारी और हर्षिल जैसे ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी संभव है। मैदानी जिलों में हल्की बारिश, घना कोहरा और ठंडी हवाएं लोगों की परेशानी बढ़ा सकती हैं। मैदानी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 4 से 7 डिग्री सेल्सियस के बीच और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शून्य से नीचे रिकॉर्ड किया जा सकता है। चमोली की नीती घाटी मे मौसम के बदलने के बाद क्षेत्र के उंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हुई है।
जम्मू-कश्मीर में पहलगाम सबसे ठंडा रहा
जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया है। पहलगाम प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान माइनस 4.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। श्रीनगर में तापमान माइनस 0.9 डिग्री सेल्सियस रहा। उत्तरी और मध्य कश्मीर के पर्वतीय इलाकों में हल्की बर्फबारी के संकेत हैं, जिसके लिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
हिमाचल के लिए भी येलो अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में भी पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव स्पष्ट दिख रहा है। चंबा, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और कांगड़ा के ऊंचे हिस्सों में मंगलवार को बारिश और बर्फबारी की संभावना है। बिलासपुर और मंडी में भी 9 दिसंबर को कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया गया है, जिससे दृश्यता बेहद कम रह सकती है। सप्ताह के अंत तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है और 13 दिसंबर तक किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।
मैदानी राज्यों में इस तरह रहेगा मौसम
इसके साथ ही मौसम विभाग ने देश के मैदानी हिस्सों में सुबह-शाम पाला पड़ने और कोहरा छाने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग मुताबिक, मध्य स्तर पर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है जबकि लगभग 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर उपउष्णकटिबंधीय जेट स्ट्रीम में करीब 115 नॉट्स की रफ्तार से हवाएं बह रही हैं। इन दोनों प्रणालियों के संयोजन से उत्तर भारत में ठंड और बादल बनने की गतिविधि बढ़ी है। रात का पारा तेजी से गिर रहा है। उत्तर भारत के मैदानी व पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड बढ़ने के आसार हैं।


