शिमला: पहली सितंबर से खुलेंगे कॉलेज, नियमित रूप से लगेंगी कक्षाएं

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सरकार ने जारी किए आदेश, कॉलेज प्रिंसिपलों को एंट्री और एग्जिट गेट रखने होंगे अलग-अलग
आज समाज डिजिटल, शिमला:
हिमाचल प्रदेश में एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी लगातार जारी है, वहीं दूसरी तरफ सरकार ने कॉलेजों में पहली सितंबर से रेगुलर कक्षाएं शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं। पहली सितंबर से कॉलेजों में फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड ईयर के डेढ़ लाख से ज्यादा विद्यार्थियों की कक्षाएं लगेंगी। शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने इस संबंध में शिक्षा विभाग को पत्र जारी कर दिया है।
पत्र के माध्यम से विभाग को आदेश दिए गए हैं कि वह कॉलेज प्रिसिंपल को कोविड प्रोटोकोल के बारे में बताएं। कॉलेजों में आॅफलाइन कक्षाएं तो शुरू हो रही हैं, लेकिन क्लास रूम में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही छात्रों को बिठाया जाएगा। सरकार की ओर से जारी अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि कॉलेज के एंट्री और एग्जिट गेट पर थर्मल स्कैनर, सैनेटाइजर की सुविधा मुहैया होनी चाहिए। इसके साथ-साथ हर विद्यार्थी को मास्क के साथ ही कॉलेज में प्रवेश मिलेगा। कॉलेजों में सेकेंड और फाइनल ईयर छात्रों के दाखिले 16 अगस्त को समाप्त हो चुके हैं और 17 अगस्त से आॅनलाइन कक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं। वहीं, प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए दाखिले की अंतिम तारीख 31 अगस्त रखी गई है। इसे देखते हुए सरकार ने पहली सितंबर से कॉलेज में नियमित कक्षाएं लगाने का फरमान जारी किया गया है।
बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते पिछले डेढ़ वर्ष से कॉलेजों में आॅफलाइन कक्षाएं सही ढंग से शुरू नहीं हो पाई हैं। इस वर्ष फरवरी में कुछ समय के लिए कॉलेजों को खोला तो गया था, लेकिन कोविड के मामले आते ही फिर से बंद कर दिए गए। अब एक बार फिर से सरकार ने पहली सितंबर से कॉलेजों में नियमित कक्षाएं शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं। उधर, स्कूलों को पांच सितंबर तक बंद रखने का फैसला लिया गया है।
कॉलेजों को पहली सितंबर से खोलने के पीछे सरकार का तर्क है कि 80 फीसदी कॉलेज विद्यार्थियों को कोविड वैक्सीन लग चुकी है। सरकार का मानना है कि कॉलेजों में जाने वाले 18 साल से अधिक आयु के जिन विद्यार्थियों को वैक्सीन लग चुकी है, उनमें संक्रमण का खतरा कम रहता है। इसलिए कॉलेज में विद्यार्थियों की नियमित पढ़ाई शुरू करने के मकसद से कॉलेजों को खोला जा रहा है।

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