पहाड़ी राज्यों में ज्यादात्तर स्थानों पर पारा 10 से नीचे, मैदानों में भी कम होने लगा दिन का तापमान
Weather Update Today (आज समाज), नई दिल्ली : जैसे-जैसे दिसंबर आगे बढ़ रहा है। उत्तर भारत खासकर पहाड़ी राज्यों में कड़ाके की ठंड का दौर भी शुरू हो रहा है। पहाड़ी राज्यों के साथ-साथ मैदानों में भी पारा लगातार लुढ़क रहा है और शीतलहर कंपकंपी छुड़ा रही है। भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में जहां तापमान में कमी की संभावना जताई है वहीं मैदानी राज्यों में शीतलहर चलने और कोहरा छाने की भी उम्मीद है।
पहाड़ों में बर्फबारी से गिरा तापमान
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी शुरू होने के साथ कई शहरों में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है। राजधानी दिल्ली से लेकर पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ तक शीतलहर और घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है, जबकि पश्चिमी विक्षोभ और तेज जेट स्ट्रीम के सक्रिय होने से पूरे उत्तर और पूर्व भारत में पारा सामान्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है। उच्च स्तरों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और लगभग एक सौ बीस नॉट्स की रफ्तार से बह रही उपोष्णकटिबंधीय जेट स्ट्रीम ने उत्तर भारत में ठंड को तेजी से बढ़ा दिया है।
हिमाचल में 14 से बदलेगा मौसम
प्रदेश के तेईस शहरों में न्यूनतम तापमान दस डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। मनाली, ऊना और धर्मशाला जैसे शहरों में भी पारा शिमला से कम रिकॉर्ड हुआ। लाहौल-स्पीति में तापमान फिर से शून्य से नीचे चला गया है। दस दिसंबर को ऊपरी क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी देखी गई, जबकि चौदह दिसंबर से मौसम में बड़े बदलाव की संभावना जताई गई।
देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर, काशीपुर, कोटद्वार और ऋषिकेश में सुबह घना कोहरा छाया रहा और तापमान चार से छह डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज हुआ। नमी नब्बे प्रतिशत तक पहुंचने से दृश्यता प्रभावित होने की आशंका जताई गई है। ऊपरी इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना से ठंड का असर और अधिक बढ़ सकता है।
फसलों के लिए अच्छी है सर्दी
एक तरफ जहां मौसम विभाग ठंड बढ़ने की संभावना व्यक्त कर रहा है वहीं कृषि वैज्ञानिकों ने सर्दी और कोहरे को फसलों के लिए बहुत लाभकारी बताया है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर भारत में सर्दियों की प्रमुख फसलें गेहूं और सरसों हैं। इन दोनों के लिए ही सर्दी और कोहरा बहुत जरूरी है। तापमान कम होने से इन दोनों फसलों का फुटाव बेहतर होता है और इनके उत्पादन में वृद्धि होती है। इसलिए आने वाले दिनों में जितनी ज्यादा ठंड पड़ेगी और कोहरा छाएगा उतना ज्यादा ही फसलों को फायदा होगा।
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