54 पैसे कमजोर होकर नए निचले स्तर पर पहुंची भारतीय मुद्रा

Business News Update (आज समाज), बिजनेस डेस्क : भारतीय मुद्रा रुपया एक बार फिर से डॉलर के मुकाबले गोता लगा गया। गुरुवार को दिन का कारोबारी समय समाप्त होने के समय डॉलर के मुकाबले 54 पैसे गिरकर 90.48 रुपए पर बंद हुआ। बाजार के जानकारों ने यह आशंका जताई है कि आने वाले दिनों में भी रुपए की हालत डॉलर के मुकाबले कमजोर बनी रह सकती है।

गुरुवार को बाजार में व्याप्त जोखिम से बचने की भावना, आयातकों से अमेरिकी डॉलर की मजबूत मांग के कारण, निवेशकों की भावना को भी प्रभावित कर रही थी। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 89.95 पर खुला, फिर कमजोर हुआ और रिकॉर्ड आंतरिक-दिन के निचले स्तर 90.48 पर आ गया। इसमें पिछले बंद भाव की तुलना में इसमें 54 पैसे की गिरावट आई। बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 89.87 पर स्थिर था।

रुपये की गिरावट के पीछे यह कारण भी रहा

भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के मार्च 2026 तक होने की खबरों के सामने आने के बाद गुरुवार को अंतर-दिवसीय कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 54 पैसे गिरकर सर्वकालिक निचले स्तर 90.48 पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन की ओर से कथित तौर पर यह कहे जाने के बाद कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर मार्च तक हस्ताक्षर होने की संभावना है, रुपया गिरकर 90.48 के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया।

चांदी ने छूआ नया शिखर

चांदी की चमक लगातार बरकरार है। बुधवार को जहां इसमें 11,500 रुपए की तेजी आई थी वहीं गुरुवार को एक बार फिर से इसके दाम 2400 रुपए प्रति किलो बढ़े। इसी के चलते दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी की कीमतों ने एक नया शिखर छूते हुए 1,94,400 रुपए प्रति किलो का स्तर छू लिया। वहीं दूसरी तरफ गुरुवार को सोना लगभग स्थिर रहा और बाजार बंद होने के समय इसमें 90 रुपए की मामूली वृद्धि दर्ज की गई। यह पिछले बंद भाव 1,32,400 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 1,32,490 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।

चांदी की कीमत में तेजी के पीछे यह है वजह

रुपये में कमजोरी, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दर में कटौती के बीच वैश्विक संकेतों में मजबूती के चलते चांदी की कीमतों में तेजी बताई जा रही है। इसके साथ ही सर्राफा बाजार के जानकारों का मानना है कि मजबूत भौतिक और निवेश मांग से प्रेरित होकर, चांदी की कीमतें गुरुवार को एक और रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं। घरेलू कीमतों में तेजी को बाजार में आपूर्ति की कमी, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चांदी की रिकॉर्ड तोड़ कीमतों और कमजोर भारतीय रुपये के संयोजन से काफी समर्थन मिला है।

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