Rohini Acharya Emotional: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी और सारण से आरजेडी उम्मीदवार रह चुकीं रोहिणी आचार्य ने रविवार को एक और धमाकेदार पोस्ट कर राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी। रोहिणी ने लिखा— “कल एक बेटी, बहन, शादीशुदा महिला और मां को जलील किया गया। मुझे गंदी-गंदी गालियां दी गईं, और मारने के लिए चप्पल तक उठाई गई। यह पोस्ट उन्होंने उस दिन के बाद लिखी, जब उन्होंने शनिवार (15 नवंबर) को ही घोषणा की थी कि वह राजनीति और परिवार दोनों छोड़ रही हैं।

“मैंने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, इसलिए मुझे बेइज्जत किया गया” रोहिणी ने आगे लिखा— “मैंने सच से समझौता नहीं किया। इसी वजह से मुझे अपमान सहना पड़ा।” “मुझे मेरे रोते-बिलखते माता-पिता और बहनों से दूर कर दिया गया।” “मायका छुड़वाकर मुझे अनाथ कर दिया गया।” उन्होंने दर्द भरे शब्दों में कहा कि किसी भी घर में उनके जैसी बेटी या बहन पैदा न हो, जिसे अपने ही घर से बेदखल होना पड़े।

कहा गया कि मैंने गंदी किडनी लगाई… करोड़ों रुपए लिए”

एक और पोस्ट में रोहिणी ने चौंकाने वाला आरोप लगाया— “मुझे कहा गया मैं गंदी हूं, मैंने अपने पिता को गंदी किडनी लगाई। टिकट के बदले करोड़ों लिए।” उन्होंने शादीशुदा महिलाओं से अपील करते हुए लिखा— “अपने पिता को बचाने की गलती मत करना। बेटा है तो वही किडनी दे, या उसके हरियाणवी दोस्तों में से कोई दे—तुम मत करना।” “तीनों बच्चों, पति और ससुराल को छोड़ दिया… और आज उसी बात को गुनाह कहा जा रहा है”

रोहिणी ने कहा— “किडनी देते वक्त मैंने न पति से पूछा, न ससुराल से।” “मैंने सिर्फ अपने पिता को बचाने की सोची… और आज वही गुनाह बता दिया जा रहा है।”

तेजस्वी, संजय यादव और रमीज पर फिर जुड़े गंभीर आरोप

एक दिन पहले रोहिणी ने बड़ा खुलासा किया था कि— उन्हें तेजस्वी यादव, उनके सबसे करीबी संजय यादव, और भरोसेमंद साथी रमीज ने परिवार से बाहर निकाल दिया, अपमानित किया और मारा तक गया। रोहिणी के अनुसार— “जैसे ही मैंने संजय यादव और रमीज का नाम लिया, मुझे घर से निकाल दिया गया।” उन्होंने कहा कि अब जो भी जिम्मेदारी है, तेजस्वी और उनकी टीम की है।

संजय यादव और रमीज—कौन हैं ये दोनों?

संजय यादव—2012 से तेजस्वी के सबसे करीब, 2024 में राज्यसभा भेजे गए। रमीज—तेजस्वी के पुराने दोस्त, यूपी के राजनीतिक परिवार से संबंध, कैंपेन मैनेजमेंट टीम का मुखिया। दोनों को लेकर रोहिणी का आरोप है कि इन्हीं ने उन्हें राजनीति और परिवार छोड़ने के लिए मजबूर किया।

लालू परिवार में तूफान—बेटे को निकाला, बेटी ने खुद छोड़ा घर

कुछ समय पहले लालू यादव ने बड़े बेटे तेज प्रताप को घर और पार्टी से बाहर किया था। अब रोहिणी आचार्य भी परिवार और राजनीति दोनों से अलग हो गई हैं। रोहिणी वही बेटी हैं जिन्होंने— 2022 में अपनी किडनी देकर लालू प्रसाद की जान बचाई थी। 2024 में उन्हें सारण से टिकट मिला, पर वह हार गईं और फिर सिंगापुर लौट गईं। अब उनके हालिया पोस्ट ने लालू परिवार में मचे बवाल को पूरी तरह खुलकर सामने ला दिया है।

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