• महापंचायत में लिए गए तीन बड़े निर्णय
  • 11 जुलाई तक अस्पताल निर्माण की कार्यवाही शुरु नहीं हुई तो 13 को रेवाड़ी कूच करेंगे हजारों लोग
  • ग्राम पंचायत व ग्रामीणों को अपमानित करने के लिए माफी मांगे केंद्रीय मंत्री

(Rewari News) रेवाड़ी। रामगढ़ भगवानपुर अस्पताल बनाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर रविवार को गांव रामगढ़ भगवानपुर में महापंचायत का आयोजन लालसिंह भगवानपुर व राममेहर सिंह रामगढ़ की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के प्रति खासा आक्रोश दिखाई दिया। महापंचायत में तीन बड़े निर्णय भी लिए गए। महापंचायत में बरसात का व्यवधान भी पड़ा, लेकिन ग्रामीण बारिश में भीगते हुए भी अपनी मांगों को लेकर डटे रहे।
महापंचायत में रेवाड़ी जिले के अतिरिक्त आसपास के क्षेत्र से भी काफी संख्या में गणमान्य लोगों समेत विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने शिरकत की।

इस मौके पर विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि स्थानीय सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने स्वयं से आगे चलकर ही गांव भगवानपुर में 200 बेड का नागरिक अस्पताल बनाए जाने का ऑफर दिया था। इसके ऐवज में उन्होंने गांव में पानी की डिग बनाने के लिए दस एकड़ जमीन की भी मांग की। ग्राम पंचायत भी पानी की डिग के लिए जमीन देने के लिए इसलिए तैयार हो गई कि उनके गांव को नागरिक अस्पताल मिल रहा है। गांव में सामूहिक रूप से निर्णय लेकर डिग के लिए दस एकड़ जमीन सरकार के नाम भी करा दी, लेकिन जब अस्पताल बनने की बात आई तो अन्य गांवों में भी जमीन तलाशी जाने लगी। जिसके चलते गांव में रोष फैल गया।

वक्ताओं ने कहा कि अपना रोष जताने तथा अपनी मांग रखने के लिए जब पांच गांवों की पंचायतें व ग्रामीण उनके रामपुरा स्थित आवास पर पहुंचे तो केंद्रीय मंत्री ने वहां मौजूद होते हुए भी पंचायत से मिलने से इंकार कर दिया। ऐसा करके केंद्रीय राज्य मंत्री ने ग्राम पंचायतों व ग्रामीणों को अपमानित करने का कार्य किया है। उनके द्वारा की जा रही वायदाखिलाफी को सहन नहीं किया जाएगा।

महापंचायत में विशेष रूप से पहुंचे स्वराज इंडिया पार्टी के संयोजक योगेंद्र यादव व पूर्व मंत्री जगदीश यादव ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि इस क्षेत्र का व्यक्ति अपने अधिकारों के लिए लडऩा सीख गया है। विशेषकर महापंचायत में पहुंची नारी शक्ति का धन्यवाद करते हुए कहा कि जिस आंदोलन में नारी शक्ति जुड़ जाती है, उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। केंद्रीय मंत्री ने जो वायदाखिलाफी की है, उसके खिलाफ क्षेत्र में काफी रोष है। राजशाही के खिलाफ हम सभी को एकजुट होकर अपनी आवाज को बुलंद करना होगा। यदि हम एकजुट होकर लगे रहे तो गांव भगवानपुर को अस्पताल मिलने से कोई नहीं रोक सकता।

महापंचायत में यह लिए गए 3 निर्णय

महापंचायत में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए आंदोलन के अगवा नेता एडवोकेट कामरेड राजेंद्र सिंह ने बताया कि महापंचायत में सर्वसम्मति से तीन निर्णय लिए गए है। जिसमें ग्राम पंचायतों व ग्रामीणों का अपमान करने वाले केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह द्वारा माफी मांगने, 11 जुलाई तक भगवानपुर में 200 बेड के नए नागरिक अस्पताल के निर्माण की कार्यवाही शुरु नहीं किए जाने पर 12 जुलाई को पंचायत कर 13 जून को हजारों की संख्या में रेवाड़ी कूच करने तथा अन्य गांवों द्वारा अस्पताल बनवाए जाने को लेकर प्रस्ताव भेजे जाने के चलते आपसी भाईचारे को खराब नहीं किए जाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि यदि इन सबके बावजूद भी उनकी मांग को अनसुना किया गया तो केंद्रीय मंत्री के खिलाफ आगामी बड़ा निर्णय भी लिया जाएगा।

विभिन्न संगठनों ने दिया समर्थन

भगवानपुर में आयोजित महापंचायत में आसपास के गांवों की अनेकों ग्राम पंचायतों के साथ-साथ जिला रेवाड़ी तथा अन्य क्षेत्रों से भी पहुंचे विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों तथा गणमान्य लोगों ने अपना समर्थन दिया। संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि रामगढ़ भगवानपुर की मांग पूरी तरह जायज है, इसलिए वे पंचायत का समर्थन करते हैं तथा हर प्रकार से सहयोग के लिए सदैव तैयार रहेंगे। मंच संचालन अभय सिंह फिदेड़ी ने किया।

बरसात ने डाला व्यवधान, डटे रहे ग्रामीण

महापंचायत के प्रारंभ में सबकुछ ठीक रहा। समय बीतने के साथ-साथ मौसम भी बदला तथा तेज बरसात शुरु हो गई। तेज बारिश के कारण अनेकों ग्रामीण पंडाल से ऊठकर टीन शैड के नीचे चले गए, लेकिन भारी संख्या में ग्रामीण तथा महिलाएं टैंट के नीचे ही बरसात में भीगते हुए वक्ताओं का संबोधन सुनने के लिए डटे रहे। स्वराज इंडिया पार्टी के संयोजक योगेंद्र यादव भी समर्थकों के साथ बरसात में भीगते हुए पंडाल के नीचे बैठे रहे। काफी देर तक बरसात का दौर जारी रहा, लेकिन ग्रामीणों के इरादे टस से मस नहीं हुए। मैदान में पानी भर जाने के बावजूद भी ग्रामीण डटे रहे।

एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापन

महापंचायत के दौरान पहुंचे एसडीएम रेवाड़ी सुरेंद्र कुमार को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। एसडीएम ने बताया कि ग्राम पंचायत व महापंचायत में दिए गए ज्ञापन को जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार तक पहुंचाया जाएगा। फिलहाल अभी तक अस्पताल के लिए कोई स्थान निर्धारित नहीं किया गया है। सरकार के आदेशानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

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